ग्लोबल वार्मिंग का असर ग्लोबल वार्मिंग का मौसम में असर दिखने लगा है। इस बार मार्च तक प्रशांत महासागर में ला-नीना की गति काफी तेज रहेगी। अंटार्कटिका का तापमान 20 डिग्री तक बढ़ चुका है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण बेमौसम बरसात, ओलावृष्टि होने की भी संभावना है। इस दौरान तापमान में उतार-चढ़ाव बना रहेगा।
अजमेर में बदल रही ऋतुएं अजमेर में भी बीते पांच-छह साल में ऋतुओं में बदल दिख रहा है। साल 2016 में 19 मई को अधिकतम तापमान रिकॉर्ड तोडक़र 46.4 डिग्री पर पहुंच गया था। इसी तरह 2017 में 3 जनवरी को न्यूनतम तापमान 3.0डिग्री तक लुढक़ गया था। उसी साल अक्टूबर-नवंबर में गुलाबी ठंडक के बजाय तापमान 37 से39 डिग्री के बीच रहा था। इस साल फरवरी के बीते पांच दिन में दिन का तापमान 18 डिग्री तक बढ़ गया है।
यह रहा पिछले दिनों में तापमान
13 फरवरी -13.6 14 फरवरी -15.4
15 फरवरी -15.2 16 फरवरी-31.4
17 फरवरी-31.4