घटना के बाद काफी संख्या में लोग घाट जमा हो गए। सूचना पर पुष्कर थानाधिकारी राजेश मीणा घटना स्थल पर पहुंचे। रेस्क्यू टीम ने करीब 2 घंटे तक मशक्कत की लेकिन नहीं मिला। इसके बाद पुष्कर के ही विनोद पाराशर ने काफी मशक्कत के बाद मंगला रावत का शव पुष्कर सरोवर के पानी से बाहर निकाला। आवश्यक कार्यवाही के बाद पुलिस ने शव को उसके परिजनों को सुपुर्द कर दिया है।
गौरतलब है कि पुष्कर सरोवर में गहरा जल होने के साथ ही हादसों की संभावनाएं बढ़ती जा रही है। गहरे जल में कई तीर्थयात्री पूर्व में भी डूब कर जान गवां चुके हैं लेकिन स्थानीय प्रशासन, नगर पालिका की ओर से गहरे जल के संकेत एवं यात्रियों को जनहानि से बचाने के लिए कोई भी संकेतक घाट पर नहीं लगाए गए हैं। यही कारण है कि जल की गहराई से अनभिज्ञ श्रद्धालु स्नान करने के लिए पानी में उतरते हैं और डूबने से उनकी मौत हो जाती है।