एक घंटा किया इंतजार पुलिस की प्रारंभिक पड़ताल में मनीष ने कबूला कि फायरिंग की वारदात के दिन वह दोनों साथियों के साथ एक घंटा पहले रेलवे स्टेशन पहुंच गया था। उसके दोनों साथी पहले हेमंत के साथ रेलवे स्टेशन परिसर में गए। बाहर आने पर मौका मिला और देशी कट्टे से फायर किया। लेकिन गोली हेमंत के गर्दन से छूती हुई गुजर गई।
उसने मेरी पत्नी, बच्चा और पैसा छीना गिरफ्तारी के बाद पुलिस अधिकारियों के सामने मनीष ने कहा कि जिसने उसकी पत्नी, बच्चा और पैसा छीना वह उसको जान से मार देगा। मनीष ने पत्रिका से बातचीत में बताया कि स्कूल के दिनों में प्रेम संबंधों के बाद उसने आकांक्षा से वर्ष-2006 में प्रेम विवाह किया था। उसका फायनेन्स कम्पनी का रिकवरी का काम था।
वर्ष-2006 में हेमंत उसके यहां बतौर चालक काम करता था। मनीष के अनुसार उसने हेमंत पर जरूरत से ज्यादा भरोसा किया। उसी दौरान दुर्घटना में घायल होने के बाद हेमंत उसकी पत्नी, बच्चे और करीब 5 लाख रुपए व ज्वैलरी लेकर फरार हो गया और उन्होंने शादी कर ली। आकांक्षा ने महिला थाने में मनीष के खिलाफ दहेज प्रताडऩा का मामला भी दर्ज करा दिया। इसके बाद मनीष ने आकांक्षा को तलाक दे दिया।
साथियों पर भी किए हमले मनीष ने बताया कि हेमंत ने भी उस पर दो बार जानलेवा हमला किए। जिसके जख्मों के निशान अब भी उसके चेहरे और शरीर पर है। मनीष ने बताया कि हेमंत ने उसके साथी गब्बर के हाथ पैर तोड़ दिए तथा कुछ दिन पहले पारस को भी मारपीट कर जख्मी किया था।