प्रो. एम.सी. गोविल की अध्यक्षता वाली सर्च कमेटी ने 26 जनवरी से कुलपति पद के लिए आवेदन मांगे थे। कमेटी में दीनदयाल गोरखपुर यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. राजेश सिंह, राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष प्रो. पी. एस. वर्मा और राजऋर्षि यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. जे. पी. यादव शामिल हैं। करीब 125 से ज्यादा ऑनलाइन आवेदन किए गए हैं। विवि में 25 से ज्यादा हार्ड कॉपी मिली है।
अब आवेदनों की होगी जांच
विश्वविद्यालय स्तर पर आवेदन पत्रों-हार्ड कॉपी की जांच कर सर्च कमेटी को भेजा जाएगा। कमेटी आवेदनों पर विचार करने के लिए बैठक करेगी। इसके बाद तीन अथवा पांच नाम का पैनल बनाकर राजभवन और सरकार को भेजा जाएगा।
बर्खास्तगी प्रक्रिया पर नजर
हाईकोर्ट ने रामपालसिंह (निलंबित कुलपति) की बर्खास्तगी रद्द की है। अदालत ने सरकार और राजभवन को विधिक प्रक्रिया अपनाते हुए रामपाल को सुनवाई का मौका देकर बर्खास्तगी प्रक्रिया शुरू करने को कहा है। लिहाजा रामपाल की बर्खास्तगी प्रक्रिया पर भी सर्च कमेटी को नजर रखनी होगी।
बार-बार नहीं होगी जांच, शुरू होगा वन टाइम वेरिफिकेशन रक्तिम तिवारी/अजमेर. भर्ती परीक्षाओं में बार-बार दस्तावेज जांचने और पुलिस प्रमाणीकरण का झंझट खत्म हो सकता है। सीएम अशोक गहलोत ने बजट घोषणा में वन टाइम वेरिफिकेशन की घोषणा की है। इससे राजस्थान लोक सेवा आयोग की परीक्षाएं देने वाले अभ्यर्थियों को काफी सहूलियत मिलेगी।
आयोग आरएएस एवं अधीनस्थ सेवा भर्ती परीक्षा सहित कॉलेज लेक्चरर, स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा, कृषि, कारागार, चिकित्सा शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, कनिष्ठ लिपिक, लेब टेक्निशियन, कनिष्ठ लेखाकार और अन्य प्रतियोगी परीक्षाएं कराता है। इनके लिए अभ्यर्थी ऑनलाइन फार्म भर फीस जमा कराते हैं। मौजूदा वक्त परीक्षाओं मे कामयाब अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की जांच साक्षात्कार अथवा काउंसलिंग में होती है। इसके लिए अभ्यर्थियों को मूल शैक्षिक, सह शैक्षिक दस्तावेज और इनकी फोटो कॉपी लानी पड़ती है। समापन पर कही।