पुराने भवन तोड़े जाएं उन्होंने कहा कि जिस तरह मेडिसिन ब्लॉक (विंग) अलग से व पिडिएट्रिक भवन तैयार हो रहा है। इसी तरह सर्जरी की अलग से विंग तैयार होनी है। अस्पताल के पुराने भवन में जो सर्वधिक पुरानी बिल्डिंग हैं, उसे तोडक़र नए भवन/विंग बनाई जाकर उसमें शिफ्ट किया जाए, ताकि नए भवनों में बेहतर सुविधाएं मिल सके।
कार्य में गति लाने के निर्देश उन्होंने बारिश के दौरान निर्माणाधीन मेडिसिन ब्लॉक के भूतल व ग्राउंड फ्लोर के चल रहे निर्माण कार्य के बाद स्मार्टसिटी के अधिकारियों को काम में गति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि काम धीरे चल रहा है, इसे 2022 तक पूरा करें। इसी तरह पिडिएट्रिक विंग के निर्माण कार्य में भी तेजी लाने को कहा।
नवनिर्मित मोर्चरी का किया अवलोकन उन्होंने अस्पताल में नवनिर्मित मोर्चरी का भी अवलोकन किया। डॉ. आर.के. माथुर ने गालरिया का पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। बारिश में पहुंचे, कार्यों की समीक्षा बारिश के दौरान उन्होंने निर्माण स्थलों का निरीक्षण कर कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट रूप से काम में गति लाने की जरूरत बताई। वे कुछ समय छाते के नीचे ही मौके पर खड़े रहकर अधिकारियों से चर्चा करते रहे। बाद में मेडिकल कॉलेज, अस्पताल प्रशासन व स्मार्टसिटी अधिकारियों के साथ कार्यों की समीक्षा की।अगस्त में शुरू होगा
अगस्त में होगा मेडिकल कॉलेज के नए भवन का निर्माण चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया ने कहा कि कोविड-19 के चलते प्रदेशभर में आरटीपीसीआर टेस्टिंग में सुविधाओं का विस्तार करने के साथ ही नए रिक्यू्रपमेंट भी किए हैं। चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार को राज्य सरकार कटिबद्ध है। मुख्यमंत्री बजट घोषणा के अंतर्गत नए मेडिकल कॉलेज भवन का निर्माण कायड़ में आगामी माह में जल्द शुरू किया जाएगा।
अस्पताल का होगा विस्तार अजमेर में अस्पताल के निरीक्षण के दौरान पत्रकारों से बातचीत में गालरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशा के अनुरूप जेएलएन मेडिकल कॉलेज के नए भवन का काम कायड़ में जल्द शुरू होगा। भूमि आवंटन हो गया है, वहीं कार्यकारी एजेन्सी अजमेर विकास प्राधिकरण है । संबंधित कंसल्टेंसी को जल्द वर्कऑर्डर जारी किए जाएंगे। इस संबंध में जिला कलक्टर व स्मार्टसिटी प्रोजेक्ट चेयरमैन प्रकाश राजपुरोहित से बात की है। नए मेडिकल कॉलेज बनाने का मकसद भी यही है कि यहां से शिफ्ट होने वाले विभाग व कॉलेज के एकेडेमिक विभाग की जगह का उपयोग अस्पताल के विस्तार में किया जा सकेगा, ताकि आमजन को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिल सके।
ऑक्सीजन प्लांट का लिया जायजा उन्होंने अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट का भी जायजा लिया। वर्तमान में चल रहे ऑक्सीजन प्लांट में ऑक्सीजन की खपत, सप्लाई आदि सहित नए स्थापित लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट व निर्माणाधीन प्लांट का भी जायजा लिया।