राजाखेड़ा-मरेना-धौलपुर 132 केवी हाईटेंशन लाइन के लिए स्थापित पोलों में से सामालिया पुरा गांव के पास टॉवर लोकेशन 100 से 106 तक में से सपोर्टिंग एंगल पीस बड़ी तादाद में बार-बार चोरी कर लिए जाते है। जिससे इन टावर्स की मजबूती और आधार ही खत्म हो जाता है। विद्युत प्रसारण निगम के सहायक अभियंता ब्रजेश कुमार ने बताया की मार्च माह में पेट्रोलिंग के दौरान उन्होंने इन टावर्स को खतरनाक स्थिति में पाया तो पुलिस को सूचना दी, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई।बार बार करते है चोरी
ब्रजेश ने बताया कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। इन प्लेट्स की चोरी कुछ ग्रामीणों द्वारा ही बार बार की जाती है। इस चोरी में उन्हें कोई बड़ा फायदा नहीं होता। प्लेट्स को कबाडिय़ों के यहां मामूली कीमत में बेच आते है, लेकिन इससे बेशकीमती टावर्स ओर विद्युत प्रसारण पर खतरा मंडराता रहता है।
पुलिस की अनदेखी बढ़ा रही खतरा सहायक अभियंता ब्रजेश ने बताया कि टावर्स से चोरी की रिपोर्ट दर्ज करने और चोरों के विरुद्ध कार्यवाही के लिए थानाधिकारी और पुलिस उपाधीक्षक ही नहीं, खुद पुलिस अधीक्षक को 22 अप्रेल २०१९ से 29 अप्रेल 2020 तक चार बार पत्र लिख चुके है। अब तो शिकायत देना बंद कर चुके हैं।
पहले भी गिर चुका है एक टावर
गौरतलब है कि ठीक इसी प्रकार सपोर्टिंग प्लेट चोरी होने से कमजोर होकर मई 2016 में भी एक टावर गिर पड़ा था। लंबे समय विद्युत आपुर्ति बंद होने से त्राहि त्राहि मच गई थी। उपखंड में पेयजल व्यवस्था के लिए धौलपुर से बड़ी क्षमता के दर्जनों जनरेटर भेज कर ट्यूब वेल चलए गए थे। जबकि पूरे क्षेत्र में अफरा तफरी मच गई थी। उसके बाद भी पुलिस ने सबक नहीं सीखा और प्रसारण निगम की शिकायतों को ठंडे बस्ते में डालती रही है।
इनका कहना है पुलिस से शिकायत करते करते थक चुके। बार बार चोरी होती है। हम बदल देते है। लेकिन कब तक बदले और कहां से लाएं। ग्रामीणों से भी बात की पर कोई सुधार नहीं है। मामूली आंधी या आसपास की हलचल कभी भी आपूर्ति को टॉवर्स के साथ ही ध्वस्त कर देगी। शुक्रवार को फिर चोरी की घटना हुई।