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अजमेर

जेल में फिर मिले मोबाइल फोन-सिमकार्ड

बंदियों की बैरक व उसके आसपास से मिले मोबाइल फोन-सिमकार्ड
 

अजमेरDec 07, 2021 / 03:16 am

manish Singh

जेल में फिर मिले मोबाइल फोन-सिमकार्ड

जेल में फिर मिले मोबाइल फोन-सिमकार्ड

अजमेर.

सेन्ट्रल जेल अजमेर में बंदियों की बैरक व उसके आसपास से मोबाइल फोन-सिमकार्ड मिलने का सिलसिला अभी थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीते दो दिन में मिले मोबाइल फोन और सिमकार्ड पर जेल प्रशासन ने सिविल लाइन थाने में दो और मुकदमे दर्ज करवाए है। पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी है।
पुलिस के अनुसार सेन्ट्रल जेल के प्रहरी नेमीचन्द कटारिया ने रिपोर्ट दी कि ४ दिसम्बर की रात को बंदियों के वार्ड नम्बर एक व १२ की तलाशी ली गई। तलाशी में शौचालय के पीछे जमीन के अंदर दबे दो मोबाइल फोन बरामद किए गए। इसी तरह हैडकांस्टेबल गुमानाराम ने शिकायत दी कि ५ दिसम्बर शाम वार्ड संख्या एक की तलाशी ली गई। यहां पीपल के पेड़ के नीचे एक मोबाइल फोन व सिमकार्ड बरामद किए। पुलिस ने दोनों शिकायत पर कारागार अधिनियम में दो अलग-अलग प्रकरण दर्ज किए है। जेल अधीक्षक सुमन मालीवाल ने पदभार संभालने के साथ ही सेंट्रल जेल में बंदियों की बैरक की तलाशी अभियान छेड़ रखा है।
अब तक 29 मोबाइल फोन
28 नवम्बर को 14 मोबाइल फोन, चार्जर अन्य सामान

30 नवंबर – 5 मोबाइल फोन
2 दिसंबर – 4 मोबाइल फोन,सिम, पेनड्राइव, डाटा केबल

3 दिसंबर – 3 मोबाइल फोन, बैटरी, हीटर स्प्रिंग
4 दिसम्बर – 2 मोबाइल
5 दिसम्बर – 1 मोबाइल

शिक्षकों निभा सकते हैं महत्वपूर्ण भूमिका-आईजी सेंगाथिर

आवाज दो अभियान : माशिबो सभागार में कार्यक्रम

अजमेर. महिला व बालिकाओं के प्रति होने वाले अपराध पर अंकुश व रोकथाम में शिक्षक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है। विद्यालय में पढऩे वाली बालिकाओं को उनके साथ होने वाले अपराध के प्रति जागरूक कर अपराध होने से रोका जा सकता है। यह बात सोमवार को पुलिस महानिरीक्षक(अजमेर रेंज) एस. सेंगाथिर ने कही।
सेंगाथिर ने कहा कि आवाज दो अभियान का उद्देश्य महिला व बालिका अत्याचारों में कमी लाने के साथ उनके रोकथाम के प्रयास करना है। उन्होंने कहा कि अभियान में महिला व बालिका संबंधी संगीन अपराध को केस ऑफिसर स्कीम लेकर उसका त्वरित अनुसंधान, कोर्ट में चार्जशीट पेशी व गवाहों के बयान व साक्ष्य पेशकर अपराधी तत्व को सजा दिलवाने के प्रयास किए जाते है। उन्होंने बताया कि अभियान में स्पीक अप(आवाज दो) मोबाइल एप के जरिए पीडि़ताओं को अपराध संबंधित शिकायत करना आसान बनाया गया है। अजमेर रेंज के भीलवाड़ा, नागौर, टोंक, अजमेर के परिवादी मोबाइल एप के जरिए अपनी शिकायत भेज सकती हैं। इसके अलावा किसी भी परेशानी में पुलिस से मदद ले सकती हैं। सेंगाथिर ने बताया कि अभियान में बालिकाओं को आत्मरक्षा कौशल विकसित किया जा रहा है। महिला पुलिसकर्मियों के जरिए स्कूली बालिका को मार्शल आर्ट व आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कार्यक्रम में एसपी विकास शर्मा ने अभियान की संबंध में जानकारी दी। समारोह में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वैभव शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (सतर्कता) राजेश चौधरी सहित कई लोग मौजूद थे।
शिकायत पेटिका भी अहम
एसपी शर्मा ने बताया कि आवाज दो अभियान में शिक्षण संस्थाओं में शिकायत पेटिकाएं भी लगाई जा रही है। बालिकाएं प्रत्यक्षरूप से शिकायत नहीं देना चाहे तो वह अपनी समस्या लिखकर संस्थान की शिकायत पेटिका में भी डाल सकती है। जिसे संस्थान प्रधान संबंधित थाना पुलिस व उच्चाधिकारी को देकर समाधान किया जाएगा।
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