नवजात को हुआ मां का अहसास आज नर्स के रूप में मिली ‘मांÓ ने जब नवजात को जैसे ही गोद में उठाया तो नवजात ने अपनी डबडबाई आंखें खोल ली, पलकों को बिना झपकाएं ‘नर्स मांÓ को निहारता रहा। नर्स मां और नवजात शिशु की जब आंखों की गहराइयों में झांकने की कोशिश की तो दोनों की आंखों की नमी साफ दिखाई दीं नवजात की आंखों से आंसू बूंदों के रूप में गिरने लगे। ‘नर्स मांÓ की अंगुली थामकर मन ही मन नवजात मानो बोल रहा था, आप तो मुझे नहीं छोड़ देंगी। नर्स मां, आखिर मेरा क्या कसूर था, तुम ही बताओ कि जन्म के महज आठ घंटों ऐसा क्या हुआ कि मुझे पराए आंगन में छोड़ चलीं गईं।
अस्पताल में पालनागृह के पास लावारिश छोड़ गई थी मांग जेएलएन अस्पताल में पालनागृह के पास शुक्रवार रात्रि एक दिन के नवजात को मां (कथित परिजन) लावारशि छोड़ गए। नर्सिंगकर्मियों को पता चलने पर उसे अस्पताल में भर्ती किया। चिकित्सकों ने जांच कर उपचार दिया जा रहा है। बच्चा स्वस्थ है।