नागौर से रालोपा के उम्मीदवार हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) सांसद चुने गए हैं। उन्होंने कांग्रेस की ज्योति मिर्धा को हराया है। बेनीवाल अपनी दबंग राजनीति और बेबाक बयानों से हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और भाजपा के खिलाफ कई बार धरने-प्रदर्शन भी किए हैं। बेनीवाल को सियासी समझौते और जाट राजनीति समीकरणों को देखते हुए पीएम मोदी के मंत्री मंडल में जगह मिल सकती है।
जोधपुर की सीट इस चुनाव में सबसे हॉट रही थी। भाजपा के गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra singh ) ने सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को 2 लाख से ज्यादा वोट से हराया है। गजेंद्र सिंह एनडीए-1 में कृषि राज्यमंत्री हैं। वे मोदी की टीम में राजस्थान के सबसे विश्वस्त सदस्य माने जाते हैं। लिहाजा शेखावत को दोबारा मंत्री बनाया जा सकता है।
भीलवाड़ा से 6 लाख वोट से ज्यादा जीतने वाले सुभाष बहेडिय़ा (Subhash Bahedia) भी मंत्री पद की कतार में शामिल हो सकते हैं। बहेडिय़ा राज्य में सर्वाधिक मतों से जीते हैं। वे वैश्य समुदाय से आते हैं। लिहाजा पीएम मोदी की टीम का हिस्सा बन सकते हैं।
बीकानेर से लगातार चौथी बार सांसद बने अर्जुनराम मेघवाल (Arjunram Meghwal) भी मंत्री पद की दौड़ में हैं। वे मौजूदा एनडीए सरकार में वित्त और कंपनी मामलात राज्य मंत्री हैं। मेघवाल पूर्व में आईएएस रह चुके हैं। मोदी टीम के भरोसेमंद मंत्रियों में से एक रहे हैं
ओलंपियन और सेना में मेजर रहे राज्यवर्²न सिंह राठौड़ (Rajyavardhan singh) दूसरी बार जयपुर ग्रामीण से सांसद बने हैं। राठौड़ मौजूदा पीएम मोदी टीम में युवा एवं खेल राज्यमंत्री हैं। उन्होंने अपने मंत्रालय को कुशलता से संभाला है। राठौड़ ने ओलंपियन कृष्णा पूनिया को शिकस्त दी है। इनका भी दोबारा मंत्री बनना तय माना जा सकता है।
अजमेर से पिछले दो लोकसभा चुनाव में जीते सांसद केंद्रीय मंत्री बन रहे हैं। 2009 में सचिन पायलट और 2014 में सांवरलाल जाट को यह अवसर मिला है। 2019 में अजमेर से भागीरथ चौधरी (Bhagirath chaudhry) 4 लाख वोट से ज्यादा जीते हैं। चौधरी को जाट राजनीति और अजमेर की महत्ता को देखते हुए मंत्री पद मिल सकता है।
भाजपा को सर्वाधिक मुसीबत दौसा सीट से टिकट देने में हुई थी। काफी जद्दोजहद के बाद जसकौर मीणा (Jaskaur Meena) को टिकट दिया। मीणा ने जबरदस्त तरीके जीत हासिल की है। वे पूर्व में अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रह चुकी हैं। मीणा समुदाय को प्रतिनिधित्व दिया गया तो वे मोदी की टीम का हिस्सा बन सकती हैं।