सीसीटीवी खंगाल रही पुलिस
घटना के समय इमाम के साथ पांच-छह बच्चे भी मौजूद थे, जिन्हें हमलावरों ने डरा धमकाकर वहां से बाहर कर दिया। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने इमाम के शव को
अजमेर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है। रामगंज थानाधिकारी रविंद्र खींची सीसीटीवी फुटेज खंगालने में जुटे हैं ताकि हमलावरों का सुराग मिल सके। मूलत: उत्तरप्रदेश में रामपुर का निवासी मोहम्मद माहिर (52) विगत सात सालों से यहां रह रहा था। पिछले वर्ष अक्टूबर में मस्जिद के इमाम के इंतकाल के बाद से माहिर ही इमाम का दायित्व सम्भाले हुए था। पुलिस के उच्चाधिकारी भी मौके पर पहुंचे। पुलिस हमलावर हत्यारों की तलाश में जुटी है।
पुलिस को मिले 2 डंडे
थाना प्रभारी ने बताया कि मस्जिद के पीछे एक बाड़ा बना हुआ है, जहां से दो डंडे बरामद हुए हैं। डॉग स्क्वॉयड की टीम को भी मौके पर बुलाया गया है। थाना प्रभारी के अनुसार, घटनास्थल का मौका मुआयना करने पर मौलाना का फोन भी मौके से बरामद नहीं हुआ। बच्चों से पूछताछ में जानकारी मिली कि हमलावर इमाम का मोबाइल भी ले गए। हालात की गंभीरता को देखते हुए अजमेर दक्षिण पुलिस उपाधीक्षक भी मौके पर पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली।