उसने आरोपियों को खुद को पिण्डवाड़ा थाने का सीआइ बताते हुए चार लोगों पर ऐसा चश्मा चढ़ाया कि उन्होंने अलग-अलग 35 लाख रुपए शातिरों को दे दिए। पुलिस अधीक्षक जय यादव ने बताया कि पिण्डवाड़ा में चार जनों से 35 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने के मामले का राजफाश करते हुए उदयपुर में रुपए लेने वाले कपासन (चित्तौडगढ़़) हाल 100 फीट रोड सौभागपुरा, उदयपुर निवासी चेतन माली व खजूरिया (गंगापुर) जिला भीलवाड़ा निवासी शिवलाल जाट को गिरफ्तार किया है। उनके पास से घटना में प्रयुक्त कार को भी जब्त कर लिया गया है।
जेल में रची साजिश वारदात के मास्टर माइंड सुरेश ने जेल में ठगी की साजिश रची और जेल से ही नेटवर्क को चलाते हुए साथियों के सहयोग से इन लोगों से 35 लाख रुपए ठग लिए। पुलिस ने बताया कि आरोपी सुरेश को अजमेर जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया जाएगा। वह पूर्व चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ समेत प्रशासनिक अधिकारी व थानेदार बनकर कई व्यापारियों को ठगी का शिकार बना चुका है। आरोपी सुरेश पाली के कोतवाली थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ विभिन्न थानों में 33 प्रकरण दर्ज है।
ये था मामला
गौरतलब है कि पिण्डवाड़ा निवासी जितेन्द्र ने रिपोर्ट दी थी कि 13 जनवरी को कॉल आया, जिसमें खुद को सीआइ सुमेरसिंह बताते हुए कहा कि आइजी साइब का बेटा बीमार है, इसलिए रुपयों की जरूरत है। विश्वास करते हुए भाणेज महेन्द्र कुमार से कह कर उदयपुर में चार लाख की व्यवस्था करवा दी। इसके बाद दुबारा कॉल करने पर फिर से छह लाख रुपए और दे दिए। ट्रांसपोर्ट मालिक नितिन कुमार बंसल से 13 लाख रुपए, सुरेन्द्रसिंह से 6 लाख रुपए व सीमेंट कम्पनी के अधिकारी अजय रंगा से 6 लाख रुपए की ठगी की गई थी।
गौरतलब है कि पिण्डवाड़ा निवासी जितेन्द्र ने रिपोर्ट दी थी कि 13 जनवरी को कॉल आया, जिसमें खुद को सीआइ सुमेरसिंह बताते हुए कहा कि आइजी साइब का बेटा बीमार है, इसलिए रुपयों की जरूरत है। विश्वास करते हुए भाणेज महेन्द्र कुमार से कह कर उदयपुर में चार लाख की व्यवस्था करवा दी। इसके बाद दुबारा कॉल करने पर फिर से छह लाख रुपए और दे दिए। ट्रांसपोर्ट मालिक नितिन कुमार बंसल से 13 लाख रुपए, सुरेन्द्रसिंह से 6 लाख रुपए व सीमेंट कम्पनी के अधिकारी अजय रंगा से 6 लाख रुपए की ठगी की गई थी।
अजमेर में ठगे थे 3 लाख के जेवर अपराध की दुनियां में नटवरलाल के नाम से प्रदेश का कुख्यात ठग सुरेशकुमार उर्फ भैरिया ने 2 साल पहले अजमेर जेल में रहते हुए अजमेर के सर्राफा व्यवसायी त्रिमूर्ति ज्वैलर्स से थानाधिकारी बनकर साढ़े तीन लाख रुपए के जेवरात ठग कर ले गया था। हालांकि अजमेर में जेवरात ठगी के बाद तुरन्त बाद उसने दूसरी वारदात अंजाम देने का प्रयास किया लेकिन भैरिया जिला पुलिस की स्पेशल टीम के हत्थे चढ़ गया।
हाइसिक्योरिटी में है भैरिया
पुलिस सूत्रों के मुताबिक कुख्यात ठग सुरेश उर्फ भैरिया प्रदेश के एकमात्र हाइसिक्योरिटी जेल में बंद है लेकिन वह यहां भी मोबाइल पर राजसमन्द जिले के पिंडवाड़ा थाने का सीआई बताते हुए 35 लाख रुपए की ठगी की वारदात अंजाम देने में कामयाब रहा।चालीस से ज्यादा केसकुख्यात ठग सुरेश उर्फ भैरिया के खिलाफ प्रदेशभर के थानों में 40 से ज्यादा ठगी के मामले दर्ज है। इससे पहले वह आबू पर्वत में एडीएम का रीडर, जोधपुर महामंदिर, निम्बाहेड़ा में ठगी की वारदाते अंजाम दे चुका है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक कुख्यात ठग सुरेश उर्फ भैरिया प्रदेश के एकमात्र हाइसिक्योरिटी जेल में बंद है लेकिन वह यहां भी मोबाइल पर राजसमन्द जिले के पिंडवाड़ा थाने का सीआई बताते हुए 35 लाख रुपए की ठगी की वारदात अंजाम देने में कामयाब रहा।चालीस से ज्यादा केसकुख्यात ठग सुरेश उर्फ भैरिया के खिलाफ प्रदेशभर के थानों में 40 से ज्यादा ठगी के मामले दर्ज है। इससे पहले वह आबू पर्वत में एडीएम का रीडर, जोधपुर महामंदिर, निम्बाहेड़ा में ठगी की वारदाते अंजाम दे चुका है।