मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. केके सोनी ने बताया कि नवदंपती 25 जनवरी को शंघाई रवाना हुए। वहां पहुंचने के बाद उन्हें कोरोना वायरस संबंधी जानकारी मिली तो वे 27 को किशनगढ़ लौट आए। जांच रिपोर्ट आने तक उन्हें ऐहतियातन ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। शनिवार को भी किशनगढ़ के ही एक युवक को कोरोना संदिग्ध मानते हुए आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया। उसकी जांच रिपोर्ट का भी इंतजार है।
जिले में कोरोना वायरस की आहट के बावजूद वायरस को रोकने के कोई इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं। विशेषकर एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन या बस स्टैंड पर ऐसी कोई तैयारी नहीं है जिससे वहां आने वाले यात्रियों की जांच की जा सके, जबकि चीन में अजमेर जिले के कई लोग रहते हैं। उनके यहां लौटने का माध्यम हवाई जहाज, ट्रेन या बस ही है। इसके बावजूद जिम्मेदार सावधान नहीं हैं। खास बात यह है कि ख्वाजा साहब का उर्स भी नजदीक है जिसमें शिरकत करने के लिए लाखों जायरीन यहां आएंगे।