सोमवार को जन्माष्टमी पर्व के अवकाश के चलते सुबह 11 बजे ओपीडी बंद हो गया था। मगर सुबह से चिकित्सकों ने जिन मरीजों को परामर्श दिया, पर्ची पर दवाइयां लिखीं उन्हें काउंटरों के सामने कतारों पर खड़े रहकर इंतजार करना पड़ा। दोपहर करीब एक बजे तक दो काउंटरों पर ही लम्बी कतारें लगीं रहीं। कैज्युल्टी के दवा काउंटर पर भी यही स्थिति रही। उधर, ओपडी के अन्य दवा काउंटर सहित अन्य पर ताले लग गए एवं खिड़कियों पर पोस्टर/गत्ते लगाकर बंद कर दी गई।