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अजमेर

पत्रिका अभियान-अगर इस नेशनल हाइवे पर हो जाए कोई एक्सीडेंट, दूर तक नहीं मिलेगी मेडिकल हैल्प

टोल रोड से गुजरते समय गेगल टोल प्लाजा के दोनों ओर आपात सेवाएं सुचारू नहीं है।ब्यावर- किशनगढ़ सिक्सलेन पर आपात सेवाओं का हाल बेहाल है।

अजमेरAug 20, 2017 / 08:47 am

dilip sharma

saharanpur

hoghway

किशनगढ़ सिक्सलेन पर आपात सेवाओं का हाल बेहाल है। टोल रोड से गुजरते समय गेगल टोल प्लाजा के दोनों ओर आपात सेवाएं सुचारू नहीं है। निर्धारित दूरी पर बने आपातकालीन फोन (एसओएस) खराब है।

साथ ही टोल प्लाजा प्रबंधन की ओर से से नियमित गश्त नहीं होने से कई जगह आसपास के गांवों में से लावारिस पशु मुख्य
हाईवे पर आ जाते हैं जिससे तेज गति से गुजर रहे वाहन दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। आए दिन पशुओं व जानवरों के बीच सड़क से गुजरते वाहन चालक लेन बदलते हैं, इसी दौरान पास से गुजर रहे वाहन से टकराने की संभावनाएं बढ़ जाती है।
क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि आबादी या गांवों के आसपास के क्षेत्र में फेंसिंग नहीं होने से जानवर आए दिन मुख्य मार्ग पर आ जाते हैं। यदि टोल प्रबंधन नियमित गश्त करे और एेसे स्थानों पर फेंसिंग करता है तभी यह संभावित हादसे टाले जा सकते हैं।
फोन पर नहीं मिला कोई रेस्पोंस
हाईवे पर लगे एसओएस के फोन के पिलर लगे हैं जहां फोन का क्रंेंडल उठाते ही पीडि़त या किसी आपात स्थिति में फंसे व्यक्ति को केवल अपनी लोकेशन बोलनी होती है फोन के संदेश के आधार पर टोल प्लाजा से क्रेन या एंबुलेंस मौके पर पहुंच सके लेकिन फोन चालू नहीं होने से आपात स्थिति होने पर मदद मिलना संभव नहीं है। एेसे में किसी की जान को भी जोखिम हो सकता है।
कई जगह अंधेरा
एनएएचआई के प्रावधानों के अनुसार निर्धारित दूरी पर स्ट्रीट लाइट लगी होनी चाहिए ताकि वहां से गुजर रहे लोग सुरक्षित महसूस कर सके लेकिन क्षेत्र से गुजरने वाले लोगों का कहना है कि स्ट्रीट लाइट नहीं जलती जिससे अंधेरे का साम्राज्य रहता है जो कभी भी किसी हादसे का कारण बन सकता है। यही नहीं हाइवे पर हर समय अनगिनत वाहनों की आवाजाही कि चलते अंधेरे में दुर्घटना की संभावना और भी प्रबल हो जाती है। हाइवे पर दांई व बांई ओर गांवों को जाने वाले रास्ते हैं इनमें गेगल, खोड़ा गणेश मंदिर जाने वाली क्रॉसिंग हैं यहां रोशनी का अभाव वाहन चालकों को दुविधा में डाल देता है।
फेंसिंग नहीं, पशु आदि मुख्य मार्ग से करते हैं क्रॉस


आबादी क्षेत्र में कई स्थानों पर सड़क किनारे लोहे की जाली व फेंसिंग नहीं है जिससे अक्सर खेत में चर रहे जानवर पशु आदि मुख्य मार्ग से क्रॉस करते हैं। कई बार डिवाइडर के बाद अचानक जानवर दिखता है तो चालक तेज गति से ब्रेक लगा देता है जिससे वाहन उलटने का खतरा पैदा हो जाता है।
कंटीली झाडि़यों से ढके दिशा सूचक

हाइवे पर लगे दिशा कंटीली झाड़ीयों से छिप गए हैं जिससे आमजन को साइन बोर्ड में लिखी इबारत नजर नहींआती। झाडि़यों की कांट छांट पिछले कई वर्षों से नहीं हुई है।

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