अलग से खींच रखी है लाइन यहां प्रत्येक गली में पानी की मोटरें लगाई जाती हैं। पहाड़ी पर बने मकानों से नीचे तक सभी ने घरों से बिजली के तार खींच रखे हैं। इसके लिए पॉइंट लटका रखे हैं। आपूर्ति के दौरान तार को जोडऩे और हटाने में हादसा होने का अंदेशा बना रहता है।
नहीं पहुंचता पानी
ऊंचाई पर बने मकानों पर पानी नहीं पहुंचता है। इसके कारण ही मजबूर होकर पानी की मोटर लगानी पड़ती है। मोटर नहीं लगे तो पीने के पानी तक की परेशानी हो जाती है।
– दिनेश लखन, क्षेत्रवासी ट्राम-वे स्टेशन नहीं होती सुनवाई गर्मी में तो पानी की मांग बढ़ जाती है। इसके कारण परेशानी होती है। सभी को इसकी जानकारी है, लेकिन कोई भी ध्यान नहीं देता है।
– मुकेश कुमार, क्षेत्रवासी ट्राम-वे स्टेशन फैक्ट फाइल – 900-1000 के करीब ऊंचाई पर बने मकान – 300-400 के बीच लगती हैं प्रतिदिन मोटरें – 8-10 के करीब गलियों में लगाई जाती मोटरें
इनका कहना है…
टंकी के आस-पास और ऊपर भी मकान बन गए है। गर्मी में पानी की होड़ के चलते मोटर लगाते हैं। इसके कारण यह समस्या बढ़ जाती है। – सुनील बाकलीवाल, एईएन जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग