विश्राम स्थली में मंच जहां 40 गुना 60 फीट आकार का बनाया गया है वहीं इसकी ऊंचाई 8 फीट रखी गई है। मंच के सामने बनाए गए तीन प्रमुख डोम (पांडाल) की चौड़ाई 650 फीट एवं लम्बाई करीब 900 फीट रखी गई है।
इसके साथ ही डोम के बाद शामियाने के नीचे भी आमजन व कार्यकर्ताओं को बैठाने की व्यवस्था की गई है। वहीं पार्र्किंग के लिए 500 से अधिक बीघा खाली जमीन तैयार की गई है।
आजादी के बाद अजमेर की सबसे बड़ी सभा का रूप देते हुए आयोजकों की ओर से डोम में जो व्यवस्था की गई है उसके लिहाज से करीब 2 लाख कार्यकर्ताओं एवं आमजन के बैठने की व्यवस्था की गई है। वहीं शामियाने लगाकर जो व्यवस्था की गई है वह इससे अलग रखी गई है। पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी से 3 से 5 लाख तक आमजन के पहुंचने का दावा किया जा रहा है ।
वहीं संयोजक मंडल की ओर से करीब 3 लाख लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। कार्यकर्ताओं एवं आमजन के लिए पेयजल की व्यवस्था के तहत 3 लाख का टार्गेट निर्धारित किया गया है। आंकड़ा जुटाने के लिए इन पर फोकससभा में तय किए गए लक्ष्य (आंकड़ों) को जुटाने के लिए भाजपा प्रदेश संगठन एवं सत्ता की ओर से अजमेर जिले पर अधिक फोकस किया गया है। यहां प्रत्येक विधायक को 120 से 130 बसों का टार्गेट दिया गया है। अजमेर शहर के प्रत्येक मंडल को 120 बसों का लक्ष्य दिया गया है, इसमें पृथ्वीराज मंडल को कम लक्ष्य दिया गया है। अजमेर जिले में अल्पसंख्यक मोर्चा को 30 बसों का टार्गेट दिया गया है। शहर के प्रत्येक वार्ड पार्षद के पास करीब 8 से 10 बसों को भरने का जिम्मा सौंपा गया।