वृत्ताधिकारी जीआरपी (उदयपुर) श्यामलाल वर्मा ने बताया कि जनवरी 2019 में बांद्रा-उदयपुर एक्सप्रेस में सफर के दौरान 8.48 किग्रा सोने के आभूषण चोरी मामले में फरार मुख्य आरोपी पाली बाली सेवाड़ी हाल देसूरी खेतलाजी निवासी दीपक जोशी उर्फ दीप्पीया को पाली केन्द्रीय कारागार से गिरफ्तार किया। वह सुमेरपुर में फायरिंग के मामले में जेल में था, जबकि सिरोही बर निवासी लक्ष्मण कुमार माली उर्फ लक्की को डकैती का षडय़ंत्र रचते गुजरात वापी पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जीआरपी दोनों को शुक्रवार को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर अजमेर लेकर आई।
यह है मामला मुम्बई की यश गोल्ड कम्पनी के कर्मचारी नरेन्द्र कुमार व विपुल रावल ने 6 जनवरी को शिकायत दी कि वे बांद्रा-उदयपुर एक्सप्रेस के कोच एस-4 में बोरीवली से उदयपुर के लिए यात्रा कर रहे थे। चलती ट्रेन में चोर 8.48 किग्रा. सोने के आभूषण से भरा बैग ले गए। एडीजी (जीआरपी) नीनासिंह, एसपी पूजा अवाना ने सीओ उदयपुर श्यामलाल मीणा के निर्देशन में चित्तौडगढ़़ थानाप्रभारी लालसिंह, अजमेर थानाधिकारी रामअवतार, एएसआई मनोज चौहान, सिपाही मानसिंह, दिलीपसिंह को जांच टीम में शामिल किया। टीम ने 7 अप्रेल को वारदात में शामिल नरपत कुमार माली, दिनेश चौधरी को गिरफ्तार कर वारदात का खुलासा किया। पड़ताल में दीपक उर्फ दीप्पीया गैंग ने सुरेश विश्नोई, लक्ष्मण कुमार माली व राहुल सौलंकी के साथ मिलकर अंजाम देना सामने आया।
पैसे वाले बनने की चाहत पुलिस पूछताछ में दीपक ने बताया कि पैसों की तंगी के चलते उसने अपने 4-5 साथियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया। पुलिस को गिरोह में शामिल जालौर निासी सुरेश कुमार, सिरोही पिंडवाड़ा निवासी दलपत सिंह उर्फ राहुल सौलंकी की तलाश है।
दीपक है आदतन बदमाश पुलिस पड़ताल में सामने आया कि दीपक सुमेरपुर थाने का आदतन बदमाश है। उसके खिलाफ मारपीट, फायरिंग, लूट, शराब तस्करी के आरोप में पाली, जोधपुर, बीकानेर, सिरोही, अजमेर, टौंक व चित्तौडगढ़़ में प्रकरण दर्ज है। दीपक पाली जिले के टॉप 10 अपराधियों में शामिल है।