पीडि़त पारसमल गवारिया ने पुलिस को बताया कि उसका पुत्र जवान, पुत्रवधू पूजा, पौत्री गुड्डी, तनु व पौत्र अर्जुन 7 मई 2017 को दोपहर एक बजे के बाद घर से निकले थे। जाते हुए जवान ने अपने छोटे भाई रमेश को बताया कि उसके दादा ससुर की तबीयत खराब है इसलिए मिलने जा रहा हूं। अगले दिन जवान ने रमेश को फोन कर बताया कि उसकी मोटरसाइकिल रोडवेज बस स्टैंड के पार्र्किंग स्थल पर खड़ी है वहां से ले आना।
क्योंकि वह पांच दिन बाद आएगा। इसके बाद रमेश मोटरसाइकिल लेने गया लेकिन पार्र्किंग वाले ने उसे बिना पर्ची के मोटरसाईकिल देने से इन्कार कर दिया। उसके बाद से ही जवान का फोन बंद आ रहा है। बाद में मोटरसाइकिल आरसी व आधार कार्ड दिखाकर प्राप्त कर ली गई लेकिन जवान व उसके परिवार का आज दिन तक कोई सुराग नहीं लग सका है। पारसमल ने उनके साथ कोई अनहोनी की घटना की भी आशंका जाहिर की है। मामले की जांच सहायक उपनिरीक्षक रामनारायण कर रहे हैं।