पैंतालीस हजार रुपए में खरीदी सदर थानाधिकारी सुरेन्द्रसिंह जोधा ने बताया कि रज्जाक की हत्या कर शव को कुएं में डालने के आरोपित आमीर हुसैन उर्फ सांजू एवं खलील हुसैन उर्फ पिन्टू ने पूछताछ में बताया कि उन्हें देशी पिस्टल रावतमाल निवासी मनोहरसिंह ने सीकर से दिलवाई थी। उन्होंने यह पिस्टल ४५ हजार रुपए में खरीदी थी। पुलिस ने मनोहर से पूछताछ की तो सामने आया कि उसकी पहचान लोरेंस विश्नोई गैंग से हंैं। आरोपित फरीदकोट में अफीम तस्करी के मामले में जेल में रहा है।
इस दौरान लोरेंस विश्नोई गैंग के सम्पर्क में आ गया। इसके चलते उसने आमीर एवं खलील को इस गैंग से देशी पिस्टल दिलवाई। पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ाया तो सामने आया कि आरोपित मनोहर की लोरेंस गैंग से जुड़े लोगों से कई बार मोबाइल पर बात हुई। इस आधार पर पुलिस ने आरोपित की कॉल डिटेल मंगवाई है।
इन आरोपितों के सम्पर्क में लोगों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है, ताकि हथियारों के लेन-देन में क्षेत्र के अन्य लोग तो शामिल नहीं है। आरोपियों को पिस्टल दिलवाने वाले आरोपित रावतमाल निवासी मनोहर सिंह के तार सीधे कुख्यात लॉरेंस विश्नोई गैंग से जुड़े हैं। ऐसे में पुलिस जांच की दिशा अब वहां तक पहुंच गई है। इस खुलासे के बाद पुलिस ने इस संबंध में एसआईटी, एसओजी को भी सूचित किया है। वहीं पुलिस अब यह जानने का प्रयास कर रही है कि इस गिरोह से कोई और संपर्क में तो नहीं है।
क्षेत्र में कई गैंग सक्रिय, पुलिस कसेगी शिकंजा लोरेंस विश्नोई गैंग से ब्यावर क्षेत्र के आरोपित के जुड़ाव की बात सामने आने के बाद अब पुलिस सजग हो गई है। क्षेत्र में महाकाल, बिच्छु गैंग, कोबरा गैंग सहित अन्य नाम से कई गैंग के नाम गत दिनों सामने आई थी। इसके बाद पुलिस ने इससे जुड़े लोगों के बारे में जानकारी जुटाई थी। एक बार लोरेंस विश्नोई गैंग से जुड़ाव की जानकारी सामने आने के बाद पुलिस सक्रिय हो गई है, ताकि लोरेंसे गैंग से जुड़ाव की सही जानकारी सामने आ सके।