विभाग ने यहां हर जरूरमंद को उसके बैंक खाते account का पैसा, पेंशन,जनधन सहित अन्य खातों का पैसा उसके घर जा कर दिया। वही भी एक बार फोन करने पर। डाक विभाग के सभी डाकघरों एवं पोस्टमैन के जरिए घर बैठे आधार आधारित भुगतान प्रणाली के जरिये नि:शुल्क पैसा भुगतान करने की सुविधा अजमेर डाक मडल में 1 अप्रैल से शुरू की गयी थी। लोक डाउन से लेकर 15 मई तक पूरे राजस्थान में डाक विभाग द्वारा 333734 बैंक खाता धारकों को 766428790 का भुगतान किया गया। इस राशि मे अजमेर डाक मंडल द्वारा 22139 बैंक खाता धारकों को 57710898 का भुगतान किया गया। लॉक डाउन अवधि में 8046140 रुपए का भुगतान कर अजमेर जिले राजस्थान में प्रथम स्थान पर है। अजमेर जिले में अजमेर व ब्यावर डाक मंडल मिलाकर 30647 बैंक खाता धारकों को 8046140 रुपए का आधार आधारित भुगतान प्रणाली के जरिये भुगतान किया गया। इस भुगतान में प्रधान डाकघर अजमेर के पोस्टमैन स्टाफ ने 7094 ग्राहकों को 19079150 का भुगतान कर एक मिसाल पेश की है।
पेपरलेस भुगतान,हस्ताक्षर भी नहीं
पेपरलेस भुगतान,हस्ताक्षर भी नहीं
इस सुविधा का लाभ लेने के लिए अजमेर शहर के लिए के लिए प्रधान डाकघर अजमेर के हेल्प लाइन नम्बर 0145 . 2432145 व किशनगढ़ क्षेत्र के लिए 01463.242300 पर 10 बजे से 3 बजे तक फोन कर यह सुविधा नि:शुल्क प्राप्त की जा सकती है। इसके अतिरिक्त यह सुविधा सभी डाकघरों में भी उपलब्ध है। इसमें एक ही शर्त है कि ग्राहक का बैंक खाता आधार से लिंक होना चाहिए। केवल कस्टमर के आधार नम्बर लेकर ओटीपी व बायो मेट्रिक से भुगतान किया जाता है। पेपरलेस है,कोई फ ार्म नही भरवाया जाता है व न ही कोई हस्ताक्षर करवाए जाते है।
अवकाश के दिन भी स्वेच्छा से किया काम रविवार व अवकाश के दिन भी डाककर्मियों ने स्वेच्छा से 80 ग्राहकों को 253900 रुपए का भुगतान किया। सर्वाधिक 93 हजार का भुगतान पोस्टमैंन कमरूद्दीन ने किया। लॉक डाउन अवधि में 17 मई तक सर्वाधिक 2586200 का भुगतान कैलाशचंद मीना ब्रांच पोस्टमॉस्टर पनेर द्वारा किया गया। लॉक डाउन अवधि में 17 मई तक कफ्र्यूग्रस्त इलाको में 1017 ग्राहकों को 3114900 का भुगतान कर कर राहत दी गई।
घर नहीं गए, बिना अवकाश निरंतर काम लॉक डाउन अवधि में डाक का आदान-प्रदान व डाक का वितरण सुचारू रूप से संचालन करने के साथ ही जरूरतमंदो को आधार आधारित भुगतान प्रणाली के जरिए घर-घर रुपए पहुंचाने के अजमेर डाक मंडल के प्रवर अधीक्षक(डाकघर) पवन कुमार शर्मा अपने परिवार से मिलने जयपुर स्थित घर नहीं गए। बिना कोई अवकाश लिए निरन्तर सेवाएं दी। इसी का नतीजा रहा कि अजमेर जिला सबसे अधिक भुगतान कर राजस्थान में प्रथम स्थान पर है।
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