जिलेभर में 39 ऑक्सीजन प्लांट कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी और वेंटीलेटर की अनुपलब्धता के कारण कई लोगों की जान तक चली गई थी। लेकिन उन विषम हालात से सबक लेते हुए केन्द्र व राज्य सरकार के सहयोग एवं चिकित्सा विभाग की ओर से कई ऑक्सीजन प्लांट स्थापित हो चुके हैं। जिले में दूसरी लहर के बाद 39 नए ऑक्सीजन प्लांट बन चुके हैं।
यह है जिलेभर में ऑक्सीजन प्लांट की स्थिति चिकित्सा संस्थान क्षमता सिलैण्डर अरांई 15 राज.अस्पताल केकड़ी 35 राज.अस्पाल केकड़ी 65 राज.अस्पाल केकड़ी 75 डिविजनल रेलवे 50 जेएलएन पीडिएट्रिक 90
जनाना अस्पताल एनएचएम 90 सैटेलाइट (यूके डोनेशन) 110 पंचशील यूपीएचसी 35 चन्द्रवरदाई यूपीएचसी 35 राज. अस्पताल ब्यावर 65 राज.अस्पताल ब्यावर 35 राज. अस्पताल ब्यावर 75 राज. अस्पताल ब्यावर 20
क्षेत्रपाल हॉस्पिटल (प्राइवेट) 50 क्षेत्रपाल हॉस्पिटल(प्राइवेट) 41 यहां भी ऑक्सीजन प्लांट भिनाय, श्रीनगर, पुष्कर, जवाजा, बिजयनगर सहित अन्य चिकित्सा संस्थानों में भी नए ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए हैं। अन्य राज्यों से नहीं मंगवानी पड़ेगी लिक्विड ऑक्सीजन
दूसरी लहर में लिक्विड ऑक्सीजन के लिए भी मारामारी के हालात बन गए थे। दिल्ली, हरियाणा के बाद गुजरात से लिक्विड ऑक्सीजन के टैंकर मंगवाने पड़े थे। लेकिन इस बार जेएलएन हॉस्पिटल में लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट स्थापित होने से अब अन्य राज्यों पर निर्भरता कम हो गई है। लिक्विड ऑक्सीजन सहित 7 नए ऑक्सीजन प्लांट जेएलएन अस्पताल में और स्थापित हुए हैं।
इनका कहना है दूसरी लहर के बाद अजमेर जिले में 39 ऑक्सीजन प्लांट स्थापित हुए हैं। अब ऑक्सीजन की कमी नहीं रहेगी। लगभग सभी ऑक्सीजन प्लांट स्थापित हो चुके हैं। डॉ. के.के. सोनी, सीएमएचओ