कार्तिक मास में पुष्कर में आयोजित होने वाला पुष्कर पशु मेला सालभर की कमाई का जरिया है। पुष्कर पशु मेले में अजमेर, नागौर, भीलवाड़ा, टोंक के अलावा जयपुर, पाली, जालौर, सिरोही, बाड़मेर, बीकानेर, जयपुर, जोधपुर, सीकर आदि जिलों से पशुपालक पशुओं को लेकर आते हैं।
पुष्कर मेला से साल दर साल हो रही आय वर्ष पशुपालकों को आय (लाखों में) विभाग को आय रवन्ना से आय
2009-10 887.65 63657 61787
2010-11 745.83 257331 44123
2011-12 1225.87 327545 51431
2012-13 935.13 252290 51154
2013-14 876.40 279565 32936
2014-15 911.49 389562 39114
2015-16 705.96 349178 22661
2016-17 705.75 385795 19514
2017-18 131.05 279945 6908
2018-19 575.06 380825 15020
ऊंट और अश्व की बढ़ रही मेले में आमद पुष्कर पशु मेले में ऊंट एवं अश्वों की आवक तेजी से बढ़ी है। अगर पिछले कुछ सालों के आंकड़ों में नजर डालें तो गोवंश व भैंस वंश की आमद घटी है, जबकि उष्ट्र वंश व अश्व वंश की संख्या में इजाफा रहा है।
वर्ष उष्ट्रवंश अश्ववंश
2015 5215 4312 2016 3919 4259 2017 3954 3339 2019 3298 3734