नेताओं की सोने में ज्यादा रूचि जेवरातों की बात की जाए तो नेताओं की सोने में ज्यादा रूचि है। भाजपा में जमीनों और सोने के मामले में सुशील कंवर पलाड़ा सबसे ऊपर है। उनकी स्वयं की संपत्ति सवा आठ करोड़ से ज्यादा है। वहीं कांग्रेस में अजमेर उत्तर से प्रत्याशी महेन्द्र सिंह रलावता है। वहीं मूल्यवान धातु की बात की जाए तो ब्यावर से मैदान में खड़े शंकर सिंह रावत के पास ना तो सोना है ना चांदी। वहीं दोनों पार्टियों को अधिकतर प्रत्याशियों के खुद के पास चांदी नहीं है। हालांकि उनकी पत्नियों के पास है। संपत्ति के मामले में सबसे बड़ा अंतर मसूदा में है।
पलाड़ा के पास चांदी जिले में जमीनों और सोने के मामले में पलाड़ा दंपत्ति पहले स्थान पर है। मसूदा से चुनाव मैदान में भाग्य आजमा रही सुशील कंवर पलाड़ा से पास आठ करोड़ से ज्यादा की तो जमीने व मकान है। उनके पति भंवर सिंह पलाड़ा के पास 24 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है। दोनो के पास एक किलो सोना भी है। हालांकि भंवर सिंह पलाड़ा के पास चांदी नहीं है।
मालदार रामस्वरूप लाम्बा भाजपा में दूसरे मालदार रामस्वरूप लाम्बा है। उनके पास 2 करोड़ 41 लाख रुपए से ज्यादा की जमीने व मकान है। वहीं पत्नी के पास काफी कम साढ़े सात लाख रुपए की भूमि है। सबसे कम अंतर ब्यावर से भाजपा प्रत्याशी शंकर सिंह रावत और उनकी पत्नी के बीच है। रावत के पास 89 लाख 90 हजार की भूमि व मकान है। वहीं उनकी पत्नी के पास 76 लाख 40 हजार की जमीने है।
जमीन और ज्वैलरी में सबसे आगे भाजपा में सबसे कम संपत्ति विकास चौधरी के पास है। इसी प्रकार कांग्रेस में महेन्द्र सिंह रलावता जमीन और ज्वैलरी में सबसे आगे है। रलावता व उनकी पत्नी के पास 8 करोड़ 18 लाख रुपए से ज्यादा की भूमि है। वहीं सोना भी सबसे ज्यादा 560 ग्राम है। जमीनों के मामले में दूसरे नंबर पर हेमंत भाटी है। भाटी उनकी पत्नी और बच्चों के नाम 7 करोड़ 74 लाख रुपए से ज्यादा की जमीनें, मकान व अन्य है। सांसद और केकड़ी से प्रत्याशी रघु शर्मा 2 करोड़ 14 लाख रुपए के साथ तीसरे नंबर पर है। हालांकि जेवरात के मामले में वे दूसरे नंबर पर है।
तीन नेताओं की पत्नियों पास नहीं जमीन जिले में दोनो पार्टियों के तीन ही नेता ऐसे है जिनकी पत्नियों के पास भूमि नहीं है। इनमें दो भाजपा व एक कांग्रेस उम्मीदवार है। अजमेर उत्तर से भाजपा के वासुदेव देवनानी व किशनगढ़ से विकास चौधरी की पत्नियों के नाम जमीन व मकान नहीं है। वहीं कांग्रेस में एक मात्र राकेश पारीक की ऐसे है जिनकी पत्नी के नाम जमीन नहीं है। हालांकि मूल्यवान धातू सोने के मामले में तीनों की पत्नियां आगे है।
चांदी में नहीं रूचि सोने पर जोर नेताओं की सोने में ज्यादा रूचि है। भाजपा और कांग्रेस में केवल शंकर सिंह रावत ऐसे है जिनके पास सोना चांदी चांदी नहीं है। हालांकि उनकी पत्नी के पास 1.5 तोला सोना और 2 किलो चांदी है। सबसे ज्यादा 1 किलो सोना सुशील कंवर पलाड़ा के पास है। वहीं दूसरे नंबर पर महेन्द्र सिंह रलावता है। रलावता दंपत्ति के पास आधा किलो ज्यादा चांदी है।
सबसे कम सोना देवनानी के पास वासुदेव देवनानी, विकास चौधरी, राजेन्द्र विनायका, सुरेश रावत, रामस्वरूप लाम्बा, विकास चौधरी के स्वयं के पास चांदी नहीं है। वहीं कांग्रेस में महेन्द्र सिंह रलावता, हेमंत भाटी, रामनारायण गुर्जर, नंदाराम थाकण, राकेश पारीक के पास सोना है पर चांदी नहीं है। हालांकि इनकी पत्नियों के पास सोना व चांदी दोनो है। भाजपा में जहां सबसे कम सोना देवनानी के पास है। वहीं कांग्रेस में सबसे काम राकेश पारीक के पास है।