रिसर्च में हम टॉप ऑल इंडिया रैंकिंग में केन्द्रीय विवि ने 64.49 स्कोर किया है। जिसमें से शोध के क्षेत्र में विवि को पूरे 100 प्रतिशत अंक मिले हैं। रैंकिंग के मापदंडों के तहत रिसर्च फैकल्टी व शोध कार्य के लिए मिलने वाले स्कोर में विवि ने टॉप किया है। देशभर के कुछ विवि ही रिसर्च में 100 पॉइन्ट स्कोर कर सके हैं। टॉप 100 विवि में राजस्थान के महज 7 विवि शामिल हैं। उनमें से सरकारी विवि के मामले में भी केन्द्रीय विवि ने सर्वोच्च रैंकिंग हासिल की है।
संस्थापक कुलपति के प्रयास विवि को देशभर में बेहतरीन रैंकिंग दिलवाने में केन्द्रीय विवि के संस्थापक कुलपति प्रो. एम.एम सालुंके का बड़ा हाथ रहा है। मानव संसाधान विकास मंत्रालय ने वर्ष 2014 तक की रैंकिंग जारी की है। सालुंके वर्ष 2009 से 2014 तक विवि के कुलपति थे। उन्ही के नेतृत्व में विवि के शिक्षकों ने शोध के क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन किया। 2014 के बाद लगभग डेढ़ वर्ष तक विवि को स्थाई कुलपति नही मिल सका था।
टॉप- 100 में राजस्थान के अन्य संस्थान 1. बिट्स- पिलानी- रैंक 9 2. वनस्थली विद्यापीठ – बनस्थली- रैंक 29 3. केन्द्रीय विवि- बांदरसिंदरी अजमेर – रैंक 34 4. कोटा विवि- कोटा- रैंक 78
5. एलएमएन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलोजी- जयपुर- रैंक 85 6. पदमापत सिंघानिया विवि- उदयपुर- रैंक 95 7. वेटरनरी एंड एनिमल साइंस राज विवि- बीकानेर- रैंक 97 इनका कहना है केन्द्रीय विवि राजस्थान को देशभर के टॉप विवि में 34वीं रैंक मिली है। वर्ष-2009 में बने 14 विश्वविद्यालयों की रैंकिंग में हम सबसे आगे हैं। रिसर्च में काफी अच्छा स्कोर किया है।
प्रो. रामलखन मीणा, छात्र कल्याण अधिष्ठाता राज. केन्द्रीय विवि