पिछले कुछ दिनों से बाघ टी-120 व बाघिन टी-124 एक साथ नजर आ रहे है। आम तौर पर वन्यजीवन में ऐसा होता रहता है।
संजीव शर्मा, एसीएफ, रणथम्भौर बाघ परियोजना, सवाईमाधोपुर।
संजीव शर्मा, एसीएफ, रणथम्भौर बाघ परियोजना, सवाईमाधोपुर।
बाघ-टी-120 और बाघिन टी-124 ने बनाई टेरेटरी
अजमेर•Oct 18, 2021 / 12:36 am•
Amit
रणथम्भौर: सिद्धि को मिल गया नया साथी