रीट द्वितीय स्तर की परीक्षा में 8 लाख 4 हजार 122 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं। जबकि प्रथम स्तर की परीक्षा के लिए 2 लाख 8 हजार 877 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। प्रथम स्तर की परीक्षा में 1 लाख 83 हजार 556 अभ्यर्थी शामिल हुए थे इनमें से 64 हजार 826 अभ्यर्थियों को उत्तीर्ण घोषित किया गया है। छह से आठवीं कक्षा तक पढ़ाने के लिए अध्यापकों की भर्ती के लिए रीट द्वितीय स्तर की परीक्षा ली गई थी। पूरे प्रदेश में इसी परीक्षा में सर्वाधिक विद्यार्थी शामिल हुए थे।
दरअसल रीट के परिणाम में देरी की एक वजह कुछ अभ्यर्थियों द्वारा उच्च न्यायालय में याचिका दायर करना भी है। अभ्यर्थियों ने रीट का पेपर परीक्षा से पहले ही वायरल होने की घटना को लेकर न्यायालय की शरण ली है। हालांकि बोर्ड प्रशासन ने परीक्षा के दिन 11 फरवरी को ही स्पष्ट कर दिया था सोशल मीडिया पर वायरल हुआ पेपर असली नहीं था।
बोर्ड प्रशासन ने रीट द्वितीय स्तर के लिए उत्तरतालिका 16 मार्च को जारी कर दी थी और उन पर 31 मार्च तक आपत्तियां मांगी थी। आपत्तियां के निस्तारण के बाद बोर्ड ने रीट प्रथम लेवल का परिणाम तो जारी कर दिया अलबत्ता द्वितीय स्तर का परिणाम फिलहाल लंबित है। बोर्ड अधिकारियों के अनुसार द्वितीय स्तर का परिणाम लगभग तैयार हो चुका है अब इसे जारी करने के लिए राज्य सरकार के निर्देशों का इंतजार है।