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अजमेर

शहीद देबीखान को किया नमन्, वीरांगना नैना बानो का सम्मान

राजस्थान पत्रिका (Rajasthan patrika) की ओर से शहीद (shaheed देबी खान राउमावि में सम्मान समारोह का आयोजन

अजमेरAug 15, 2019 / 09:57 am

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शहीद देबीखान को किया नमन्, वीरांगना नैना बानो का सम्मान

अजमेर. सोमलपुर (Somalpur)में शहीद देबी खान की वीरांगना (पत्नी) नैना बानो एवं परिवार का राजस्थान पत्रिका (Rajasthan patrika) की ओर से माला श्रीफल एवं शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया गया। इस दौरान शहीद के भाई, पुत्र एवं पुत्री का भी माला पहनाकर सम्मान किया गया। शहीद की पुत्री ने देशभक्ति गीत सुनाया तो बच्चों की आंखें भी नम हो गई।
सोमलपुर के शहीद देबीखान राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में बुधवार को आयोजित सम्मान समारोह में स्कूल प्रिंसीपल (Principal) भागचंद मंडरावलिया, शिक्षिका शालिनी, प्रियंका, प्रभावती ने शहीद की वीरांगना को श्रीफल भेंट कर, माला पहनाकर व शॉल ओढ़ाकर राजस्थान पत्रिका की ओर से सम्मान किया गया। समारोह के संबोधित करते हुए प्रिंसीपल मण्डरावलिया ने कहा कि राजस्थान पत्रिका की ओर से पूरी इमानदारी के साथ इस तरह के आयोजन प्रतिवर्ष किया जा रहा है। यह हमारे लिए प्रेरणा है। उन्होंने कहा कि शहीद के स्मारक (Monument) पर कई प्रतियोगिताएं, गतिविधियों का आयोजन हर वर्ष होता है। उस जगह पहुंचकर हर व्यक्ति कृतार्थ महसूस करते है। उन्होंने कहा कि हम राष्ट्र के लिए कुछ कर सकें। सोमलपुर की धरा से ऐसे वीर तैयार हों, जो राष्ट्र के लिए अपने आप को समर्पित करे। कई बच्चे चन्द्रवरदाई स्टेडियम में नियमित शाम को तैयारी करते हैं, उन्हें प्रोत्साहित किया जाता है कि वे भी सेना में जाकर देश सेवा करें। स्कूल के बालक-बालिकाएं भी शहीद के जीवन से सीखें। शहीद देबीखान ने देश के लिए सर्वस्व अर्पित कर दिया। आप किसी भी क्षेत्र में रहें, देश सेवा के लिए आगे आएं। आज भी वीरांगना से पूछो, वो पति के साथ अपने बेटे को भी सेना में भेजना चाहती हैं। एक वीरांगना मां का फिर भी सपना रहता है कि मेरा बेटा बड़ा होकर देश की सेवा के लिए सेना में जाए। हममें कुछ कौशल है योग्यता है उससे हम देश सेवा करें।
कार्यक्रम में शहीद की पुत्री शाहीदा बानो ने देशभक्ति गीत सुनाया। पत्रिका प्रतिनिधि के सुझाव अनुसार यहां एक दिन शहीद के नाम से खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। शोभा गैरवाल, मधु धाबाई, कालूराम चंदेल सहित अन्य शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित रहे। शिक्षक नरेन्द्र सिंह राठौड़ ने संचालन किया।
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