कई दुकानदार फूल खरीदकर लाए थे जो धरे रह गए। नाराज दुकानदारों ने यातायात पुलिस जवान का घेराव भी किया। पुलिस उपअधीक्षक कार्यालय से बुधवार को कोविड जागरुकता रैली को उपखंड अधिकारी जसमीतसिंह संधू ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली पर पुष्पवर्षा करने के लिए व्यापारियों ने तैयारियां कर ली थी। इस दौरान यातायात पुलिस का जवान पहुंचा। बाजार में एक मोपेड के खड़ी होने पर नाराजगी जताते हुए उसे हटाने को कहा।
इस दौरान वहां खड़े व्यापारियों ने कहा कि मोपेड खड़ी है तो हटा देंगे, अभद्र भाषा का प्रयोग नहीं करें। इसको लेकर व्यापारियों व यातायात पुलिस के जवान के बीच कहासुनी हो गई। कथित रूप से अभद्र भाषा का प्रयोग करने से आक्रोशित व्यापारियों ने विरोध शुरू कर दिया। व्यापारियों का आरोप है कि यातायात पुलिस जवान ने वहां रखे फूल भी बिखेर दिए। इससे नाराज व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद कर दिए।
व्यापारियों का शिष्टमंडल मिला अपने प्रतिष्ठान बंद करने के बाद व्यापारियों का शिष्ट मंडल शहर थानाधिकारी रमेन्द्रसिंह से मिला। यातायात पुलिस के जवान महादेवङ्क्षसह के व्यवहार पर रोष जताया। इस मामले में उचित कार्रवाई किए जाने की मांग की। पुलिस प्रशासन ने उचित कार्रवाई करने का विश्वास दिलाया। इसके बाद करीब दो घंटे बाद व्यापारियों ने वापस अपने प्रतिष्ठान खोले। शिष्ट मंडल में अध्यक्ष तुलसी रंगवाला, विष्णु शर्मा, महेन्द्रसिंह सिसोदिया, भगवान जीनगर, सुनिल गर्ग, अमित गोधा, उपसभापति रिखबचंद खटोड़ सहित अन्य शामिल रहे।
दुकानदारों ने आरोपी को समझाया,लेकिन वह नहीं माना तुलसी रंगवाला, अध्यक्ष, पाली बाजार व्यापार संघ के अनुसार प्रशासन की ओर से जागरुकता रैली का आयोजन किया गया था। एसोसिएशन की ओर से जागरुकता रैली का पुष्प वर्षा कर स्वागत करना था। इस दौरान सडक़ किनारे मोपेड हटाने की बात को लेकर यातायात पुलिसकर्मी ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया। ऐसे में व्यापारियों ने उसे समझाया कि हल्के शब्दों का इस्तेमाल नहीं करे। आरोप है कि यातायातकर्मी ने हाथापाई करकने की कोशिश की। साथ में रैली के स्वागत करने जो फूल लाए थे। वह यातायात पुलिसकर्मी के खराब बर्ताव के विरोध में व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद कर दिए।