सुदर्शन शर्मा दयानंद कॉलेज में 2004-05 के दौरान छात्रसंघ अध्यक्ष रहा था। उसने शनिवार को संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगा ली। सूचना मिलते ही रामगंज थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सैांप दिया।
होटल का था कारोबार शर्मा ने छात्रसंघ अध्यक्ष पद छोडऩे के बाद होटल कारोबार किया। उसका पुष्कर में रेस्टोरेंट था। अपने छात्रसंघ कार्यकाल के दौरान वह काफी लोकप्रिय भी रहा। भाजपा की तत्कालीन सरकार ने साल 2005 में छात्रसंघ चुनाव पर रोक लगाई थी।
इसको लेकर शर्मा और अन्य छात्रों ने कई बार आंदोलन भी किए। बाद में कांग्रेस राज में 2010 में छात्रसंघ चुनाव वापस शुरु हुए।