पिछले साल हुए छात्रसंघ चुनाव में एनएसयूआई और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद समर्थित छात्रनेता चुनाव जीते हैं। लॉ कॉलेज और राजकीय कन्या महाविद्यालय में छात्रसंघ कार्यालय का उद्घाटन बीते साल 3 अक्टूबर को किया गया था। प्रदेश में विधानसभा चुनाव के चलते बीते वर्ष 11 दिसंबर तक आचार संहिता लगी हुई थी। इसके चलते कई कॉलेज और महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय में छात्रसंघ कार्यालय के उद्घाटन नहीं हो सके। उच्च शिक्षा विभाग के विशिष्ट शासन सचिव पी. के. बोरड़ ने बताया कि छात्रसंघ कार्यालयों का उद्घाटन 30 जनवरी तक कराया जा सकेगा। इसके बाद छात्रसंघ पदाधिकारियों को रियायत नहीं मिलेगी।
पहुंचे सियासी नेताओं के पास छात्रनेताओं की पहली पसंद कांग्रेस और भाजपा के नेता, मंत्री होते हैं। इसके बाद वे भामाशाहों और अन्य को समारोह में बुलाते हैं। छात्रसंघ पदाधिकारी मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री मंत्रियों सहित कांग्रेस और भाजपा के पूर्व मंत्रियों, विधायकों से संपर्क कर रहे हैं। नेताओं को कार्यालयों का उद्घाटन का न्यौता दिया गया है। इसके अलावा कॉलेज और विश्वविद्यालय से छात्रसंघ बजट और अन्य जानकारियां भी ली गई हैं।
वरना होंगी मुश्किलें
देश में लोकसभा चुनाव होने हैं। चुनाव आचार संहिता फरवरी या मार्च तक लग सकती है। इसके अलावा प्रदेश में कई विश्वविद्यालयों की प्रायोगिक और सालाना परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी। ऐसे में छात्रसंघ पदाधिकारियों को जनवरी अंत तक छात्रसंघ कार्यालयों का उद्घाटन कराना होगा।