मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. के.के. सोनी ने बताया कि संबंधित चिकित्सा प्रभारियों को संबंधित क्षेत्र में मरीज के घर के आसपास के घरों में सर्वे कराने एवं सर्दी, जुकाम, बुखार के मरीजों को चिह्नित कर दवा वितरण करने के निर्देश दिए गए। पीडि़त के सम्पर्क में आने वाले परिजन को भी टेमी फ्लू दी गई। जिले में जनवरी से अब तक स्वाइन फ्लू पॉजीटिव मरीजों की संख्या ६९ तक पहुंच गई है वहीं ७ जनों की मौत हो चुकी है।
स्वाइन फ्लू का वायरस तेजी से अपनी प्रकृति बदल रहा है। शुरुआत में यह सर्दियों में सक्रिय होता रहा था। बाद में यह अप्रेल से जून तक तेज गर्मी में भी फैलने लगा। अब बरसात के दिनों में भी स्वाइन फ्लू वायरस पैर पसार रहा है।