करीब तीन माह पहले इस सडक़ पर कंकरीट डाली गई थी। पत्थर व मलबा भी फैला हुआ है। सम्बन्धित महकमा काम ही पूरा नहीं करा रहा था। सोमवार को आक्रोशित लोगों ने सडक़ मार्ग पर रोक कर प्रदर्शन किया। सूचना पर मौके पर आए नायब तहसीलदार व सहायक अभियंता को घेरकर खरी-खोटी सुनाई। बाद में जल्द सडक़ निर्माण के आश्वासन के बाद प्रदर्शनकारी माने।
दरअसल, बिजयनगर रोड पर सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से डब्ल्यूबीएम का काम कराया गया था। इसके बाद इस मार्ग की सुध ही नहीं ली गई। पूरे मार्ग पर कंकरीट फैली हुई है। इससे लोगों का निकलना दूभर हो रहा है। मार्ग पर कंकरीट के चलते वाहनों के टायर खराब हो रहे हैं।
क्षेत्रवासियों ने प्रशासन से कई बार शिकायत की। इसके बावजूद इस समस्या का समाधान नहीं हो सका। इससे नाराज क्षेत्रवासियों ने सोमवार को मार्ग पर जाम लगा दिया। करीब तीन घंटे तक जाम लगा रहा।
इधर, मामले की जानकारी मिलने पर नायब तहसीलदार शैलेन्द्र चौधरी, सार्वजनिक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता एस.एस. सलूजा, नगर परिषद के कनिष्ठ अभियंता कपिल गोरा मौके पर पहुंचे। इस दौरान शहर थाना पुलिस का जाब्ता भी तैनात रहा।
टालना चाहा तो लोगों ने सुनाई खरीखोटी मौके पर पहुंचे सहायक अभियंता सलूजा ने सीवरेज लाइन डाले जाने के चलते सडक़ का निर्माण कार्य सीवरेज के तहत होने की बात कहकर टालना चाह। इससे क्षेत्रवासी आक्रोशित हो गए। सहायक अभियंता के समक्ष जमकर नाराजगी जाहिर की।
क्षेत्रवासियों ने कहा कि वे लम्बे समय से परेशान हैं। अब सीवरेज के नाम पर सार्वजनिक निर्माण विभाग अपना बचाव करना चाह रहा है। अगर सीवरेज का काम ही होना था तो फिर इस पर गिट्टी डलवाकर मार्ग के आवागमन को बाधित क्यों किया गया। क्षेत्रवासियों के आक्रोश को देखते हुए नगर परिषद के कनिष्ठ अभियंता को बुलाया गया। समझाइश के बाद मामला शांत हुआ।