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अजमेर

सबसे पहले अजमेर के मौन जूलुस में लगा था विवादित नारा, तीन गिरफ्तार

मुख्य आरोपी गौहर चिश्ती हुआ फरार, वायरल वीडियो से अन्य की पहचान का प्रयास

अजमेरJun 30, 2022 / 04:54 pm

manish Singh

सबसे पहले अजमेर के मौन जूलुस में लगा था विवादित नारा, तीन गिरफ्तार

सबसे पहले अजमेर के मौन जूलुस में लगा था विवादित नारा, तीन गिरफ्तार

अजमेर. पहले बूंदी और फिर उदयपुर में कन्हैयालाल की नृसंस हत्या (Udaipur kanhyalal murder case) के बाद जो आपत्तिजनक नारा लगाया गया उसकी इबारत अजमेर में तेरह दिन पहले लिख दी गई। समुदाय विशेष की ओर से निकाले गए मौन जुलूस के शुरू होने से पहले बीजेपी की निलम्बित प्रवक्ता नुपूर शर्मा के विरोध में यहां आपत्तिजनक नारे लगाए गए। नारेबाजी पर तकरार के बाद पुलिस ने एक शख्स के खिलाफ पाबंद की कार्रवाई की लेकिन नारेबाजी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। दरगाह थाना पुलिस ने 26 जून को में गुपचुप तरीके से भीड़ को हत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्जकर लिया। बुधवार देर रात पुलिस ने प्रकरण में तीन जनो को दबोचा लिया जबकि मुख्य आरोपी गौहर चिश्ती फरार हो गया। हालांकि दरगाह थाना पुलिस के यकायक कार्रवाई में तेजी को प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गुरुवार शाम के अजमेर दौरे से भी जोड़कर भी देखा जा रहा है।
वायरल वीडियो से पहचान
दरगाह के निजामगेट के बाहर मौन जुलूस में लगाए गए आपत्तिजनक नारे लगाने के मामले में दरगाह थाना पुलिस ने बुधवार देर रात खादिम मोहल्ला फखर जमाली, गुजरात निवासी रियाज और अजमेर दरगाह बाजार फूल गली निवासी ताजिम को गिरफ्तार कर लिया। वहीं मुख्य आरोपी गौहर चिश्ती फरार है। पुलिस प्रकरण में गौहर चिश्ती को पूर्व में पाबंद कर चुकी है। थानाप्रभारी दलबीरसिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों को गुरुवार दोपहर में कोर्ट में पेश किया। पुलिस को प्रकरण में वायरल वीडियो के आधार पर आपत्तिजनक नारे लगा रहे 15-20 लोगों की पहचान में जुटी है। दरगाह थाना पुलिस ने भादस की धारा 115, 117, 143, 149, 504 व 506 में प्रकरण दर्ज किया है।
बयान पर बवाल
बीजेपी की निलम्बित प्रवक्ता नुपूर शर्मा के बयान पर अजमेर में समुदाय विशेष ने 17 जून को मौन जुलूस निकाला। दरगाह के निजामगेट से निकाले जाने वाले मौन जुलूस को प्रशासन ने सशर्त इजाजत दी। मौन जुलूस की अगवाई करने वाले नेताओं ने भी इसका भरोसा दिलाया था। मौन जुलूस में बड़ी संख्या में समुदाय के लोग शामिल हुए लेकिन जुलूस शुरू होने से ठीक पहले गौहर चिश्ती ने निजामगेट से तकरीर देने के बाद विवादित नारा …सर तन से जुदा लगाया। यहां मौजूद भीड़ भी गौहर चिश्ती के नारे पर गौर किए बगैर आवाज में आवाज मिला दी। नारे पर पुलिस अफसरों ने नाराजगी जाहिर की तो आपसी बातचीत से मामला निपट गया। पुलिस ने प्रकरण में गौहर को पाबंद कर दिया। बिगड़ माहौल व सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो और मैसेज पर पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए गौहर चिश्ती और 15-20 अन्य के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्जकर लिया।
एक दिन पहले रचा षड़यंत्र
जुलूस में विवादित नारे का षड़यंत्र एक दिन पहले यानी 16 जून को गौहर चिश्ती और उसके साथियों ने रच लिया। साजिश के तहत ही गौहर चिश्ती ने तकरीर के बाद आपत्तिजनक नारा लगाया। निजामगेट से लगाए गए नारे को यहां मौजूद भीड़ ने भी दोहराया दिया। नारेबाजी का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
अजमेर से जुड़े है तार
उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड के तार को अजमेर से जोड़कर भी देखा जा रहा है। उदयपुर पुलिस की प्रारंभिक पड़ताल में आया कि हत्या की वारदात से पहले आरोपी गौस मोहम्मद और रियाज अख्तर ने 17 जून को सोशल मीडिया पर वीडियो को वायरल किया था। ठीक इससे पहले दरगाह निजाम गेट के बाहर आपत्तिजनक नारे गूंजे थे। पुलिस भी आपत्तिजनक नारे का मौन जुलूस में इस्तेमाल किए जाने को गम्भीरता से ले रही है। पुलिस गौहर चिश्ती व अन्य के तार गौस मोहम्मद व रियाज अख्तर से जोड़कर देख रही है।
इनका कहना है….
मौन जुलूओस में नारेबाजी करने के मामले में दर्ज प्रकरण में तीन जनों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी गौहर चिश्ती समेत 15-20 अन्य की तलाश की जा रही है। उदयपुर हत्या के संबंध में प्रकरण में पड़ताल की जा रही है।
सुमित सारस्वत, वृत्ताधिकारी दरगाह अजमेर

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