सरकारी स्कूलों में छात्र-छात्राओं को पढ़ाई के साथ एक समय का भोजन उपलब्धकराने के लिए स्कूलों में मिड-डे-मील के तहत छात्र-छात्राओं को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके तहत स्कूलों को कच्ची सामग्री जैसे गेहूं, दाल, चावल आदि उपलब्धकराया दिया जाता है, शेष आइटम की खरीद स्कूल प्रशासन की ओर से की जाती है।
राजकीय शार्दुल उच्च माध्यमिक विद्यालय में एक नवम्बर से पोषाहार के कच्चे माल की आपूर्ति नहीं हो रही है। स्कूल प्रशासन की ओर से दो-तीन दिन तक अपने स्तर पर चावल आदि बनाकर बच्चों को पोषाहार खिलाया गया, लेकिन पिछले कुछ दिनों से पोषाहार बंद है। प्रधानाचार्य प्रेमचंद अजमेरा ने बताया कि इससे उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है।
राजकीय प्रवेशिका संस्कृत विद्यालय शिवाजी नगर में पोषाहार के कच्चे माल की आपूर्ति नहीं होने के कारण छात्र-छात्राओं को 9 नवम्बर से पोषाहार का वितरित नहीं किया जा रहा है। प्रधानाध्यापक शशिकांत शर्मा ने बताया कि पोषाहार की आपूर्ति नहीं होने की सूचना दो-तीन बार उच्चाधिकारियों को दी जा चुकी है।
राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक स्कूल शिवाजी नगर में मंगलवार को बाल दिवस के उपलक्ष्य में बच्चों के लिए स्पेशल डाइट बनवाई जा रही थी। प्रधानाध्यापिका कृष्णा गुप्ता ने बताया कि बच्चों को पोषाहार में देने के लिए खीर-पूड़ी और दाल बनवाई गई, जबकि स्कूल मैन्यू के हिसाब से दाल-चावल दिया जाना था।
नगर के कृष्णापुरी राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल में भी मंगलवार को बच्चों के लिए पोषाहार बनवाया जा रहा था। प्रधानाध्यापक भगवती प्रसाद कुमावत ने बताया कि बच्चों के लिए खीर-पूड़ी व सब्जी बनवाई जा रही है। पोषाहार के कच्चे सामान की आपूर्ति भी पूरी है। बाल दिवस के चलते बच्चों को खीर-पूड़ी खिलाई जाएगी।