तीन महीने से खिडक़ी बंद
नगर के वैष्णो माता मंदिर के सामने केन्द्रीय रोडवेज बस स्टैण्ड का शुभारंभ 4 अगस्त को 2017 को हुआ। यात्रियों के सभी सुविधा से बस स्टैण्ड पर प्रतिदिन सैकडों लोगों की आवाजाही है। यहां से प्रतिदिन 450 के करीब बसों की आवाजाही होती है। इसके बावजूद यहां पर पिछले तीन माह से ऑनलाइन टिकट खिडक़ी बंद पड़ी है। बस स्टैण्ड पर जाने वाले यात्रियों को ऑनलाइन टिकट नहीं मिल रहे हैं। यात्रियों को बस में ही टिकट लेने पड़ते है या फिर बस स्टैण्ड का कर्मचारी परिचालक की मशीन से टिकट काटता है। स्टैण्ड पर कम्प्यूटर, प्रिंटर और इंटरनेट कनेक्शन लगा हुआ है, लेकिन कर्मचारियों की कमी के चलते कई महिनों से खिडक़ी बंद पड़ी है।
नगर के वैष्णो माता मंदिर के सामने केन्द्रीय रोडवेज बस स्टैण्ड का शुभारंभ 4 अगस्त को 2017 को हुआ। यात्रियों के सभी सुविधा से बस स्टैण्ड पर प्रतिदिन सैकडों लोगों की आवाजाही है। यहां से प्रतिदिन 450 के करीब बसों की आवाजाही होती है। इसके बावजूद यहां पर पिछले तीन माह से ऑनलाइन टिकट खिडक़ी बंद पड़ी है। बस स्टैण्ड पर जाने वाले यात्रियों को ऑनलाइन टिकट नहीं मिल रहे हैं। यात्रियों को बस में ही टिकट लेने पड़ते है या फिर बस स्टैण्ड का कर्मचारी परिचालक की मशीन से टिकट काटता है। स्टैण्ड पर कम्प्यूटर, प्रिंटर और इंटरनेट कनेक्शन लगा हुआ है, लेकिन कर्मचारियों की कमी के चलते कई महिनों से खिडक़ी बंद पड़ी है।
नहीं बुक होते हैं बॉल्वो के टिकट
ऑनलाइन टिकट खिडक़ी बंद होने के कारण बॉल्वो और लम्बी दूरी की बसों के टिकट बुक नहीं होते हैं। इसके कारण यात्रियों को सर्वाधिक परेशानी होती है। इससे रोडवेज प्रबंधन को प्रतिदिन हजारों रुपए के राजस्व का भी नुकसान हो रहा है। इसके बावजूद ऑन लाइन टिकट खिडक़ी शुरू करने की जहमत नहीं उठाई जा रही है।
ऑनलाइन टिकट खिडक़ी बंद होने के कारण बॉल्वो और लम्बी दूरी की बसों के टिकट बुक नहीं होते हैं। इसके कारण यात्रियों को सर्वाधिक परेशानी होती है। इससे रोडवेज प्रबंधन को प्रतिदिन हजारों रुपए के राजस्व का भी नुकसान हो रहा है। इसके बावजूद ऑन लाइन टिकट खिडक़ी शुरू करने की जहमत नहीं उठाई जा रही है।
कपड़े से ढके है कम्प्यूटर और प्रिंटर
बस स्टैण्ड पर करीब एक वर्ष पहले कम्प्यूटर, प्रिंटर आदि लगाए गए। इसके संचालन के लिए बामुश्किल बीएसएनएल का ब्रांड बैण्ड कनेक्शन भी लिया गया। कुछ दिनों तक यात्रियों को ऑनलाइन टिकट की सुविधा मिली, लेकिन पिछले तीन माह से कम्प्यूटर और प्रिंटर को कपड़े से ढक रखा है।
बस स्टैण्ड पर करीब एक वर्ष पहले कम्प्यूटर, प्रिंटर आदि लगाए गए। इसके संचालन के लिए बामुश्किल बीएसएनएल का ब्रांड बैण्ड कनेक्शन भी लिया गया। कुछ दिनों तक यात्रियों को ऑनलाइन टिकट की सुविधा मिली, लेकिन पिछले तीन माह से कम्प्यूटर और प्रिंटर को कपड़े से ढक रखा है।
ऑनलाइन टिकट खिडक़ी कर्मचारियों की कमी के कारण बंद पड़ी है। कर्मचारी नियमित रिटायर हो रहे हैं। – रामेश्वर प्रजापति, प्रभारी बस स्टैण्ड किशनगढ़