अजमेर के राजकीय संग्रहालय और अजमेर के किले का नाम पहले अकबर का किला था। 19 अक्टूबर 1058 को स्थापित किला पर्यटकों को आकर्षित करता रहा है। कोरोना संक्रमण से पहले प्रतिदिन 200-300 देशी और विदेशी पर्यटक आते थे। लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते 22 मार्च को इसे बंद करने के बाद जून में फिर खोला गया। लेकिन फिलहाल यहां आने वालों का आंकड़ा तसल्लीबख्श नहीं है।
फैक्ट फाइल- 378 जून में आए पर्यटक- 165 जुलाई में आए पर्यटक- 393 की अगस्त माह में आवाजाही- 611 सितम्बर में अभी तक आए
फैक्ट फाइल- 378 जून में आए पर्यटक- 165 जुलाई में आए पर्यटक- 393 की अगस्त माह में आवाजाही- 611 सितम्बर में अभी तक आए
सुभाष उद्यान पड़ा है सुनसान अजमेर. शहर के सुभाष उद्यान में लोगों की आवाजाही नाममात्र की है। इसके कारण यहां पर भी सन्नाटा पसरा रहता है। हालांकि कुछ लोग सुबह और शाम को आते हैं, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन के बाद से यहां पर कुछ ही लोगों की आवाजाही हो रही है।