रेवून्यू बोर्ड घूसखोरी कांड में एसीबी की एफआईआर में सदस्य मनोज नाग का भी शामिल है। मामलों का निस्तारण करने में सुनील शर्मा के बाद नाग ने सर्वाधिक फैसले दिए हैं। नाग की नियुक्ति राजस्व मंडल में 7 दिसम्बर 2016 को हुई थी। तब से उसने 2 हजार 151 मामलों में निर्णय दिया है। एसीबी ने राजस्व मंडल में नाग का चैम्बर भी सीज किया था। नाग के चेम्बर से एसीबी ने कम्प्यूटर की हार्ड ***** व चैम्बर से मुकदमों की फाइलें जब्त की हैं।
सदस्य विनीता श्रीवास्तव ने अपने कार्यकाल में अब तक 471 मुकदमों के फैसले किए। उनकी नियुक्ति बोर्ड में 12 फरवरी 2020 को हुई थी। एस.के.बुनकर ने 409 फैसलों में निर्णय दिया। बुनकार की नियुक्ति बोर्ड में 28 फरवरी 2020 को हुई थी। हरि शंकर गोयल ने 10 जून 2019 को नियुक्त होने के बाद से 1179 मुकदमों का निस्तारण किया। सुरेन्द्र कुमार पुरोहित व रवि डांगी ने क्रमश: 425 तथा 246 फैसले किए। दोनों की जनवरी 2020 में नियुक्ति हुई थी। 3 जून 2019 को लगे पंकज नरूका ने 1065 मामलों का निस्तारण किया।
एसीबी के हत्थे चढ़े दलाल वकील ने राजस्व मंडल में अब तक 1 हजार 10 मुकदमों में पैरवी की है। read more: कम समय में अधिक ‘कमाईÓ की चाह से बढ़ रहा भ्रष्टाचार