पूर्व कुलपति प्रो. कैलाश सोडणी का बीती १८ जुलाई को कार्यकाल खत्म हुआ। इसके बाद से
बीकानेर के महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. भगीरथ सिंह अतिरिक्त जिम्मेदारी संभाले हुए हैं। विश्वविद्यालय ने करीब डेढ़ महीने बाद स्थाई कुलपति के लिए आवेदन मांगे हैं। ७० वर्ष से कम उम्र के प्रोफेसर जिन्हें १० साल का अध्यापन और शोध और किसी प्रशासनिक संस्थान में कामकाज का अनुभव हो वे आवेदन कर सकेंगे।
अभी अधूरी है सर्च कमेटी नियमानुसार स्थाई कुलपति की नियुक्ति के लिए सर्च कमेटी का गठन होता है। इसमें यूजीसी के प्रतिनिधि, विश्वविद्यालय प्रबंध बोर्ड का एक प्रतिनिधि, राज्य सरकार और कुलाधिपति के प्रतिनिधि सदस्य होते हैं। दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय सीकर के कुलपति प्रो. बी. एल.शर्मा को विश्वविद्यालय प्रबंध मंडल और जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय
जोधपुर के कुलपति प्रो. आर. पी. सिंह को यूजीसी का प्रतिनिधि बनाया गया है। राज्य सरकार और कुलाधिपति (राज्यपाल) के प्रतिनिधियों की नियुक्ति भी हो चुकी है।
कमेटी बनाएगी पैनल कुलपति पद के लिए प्राप्त आवेदनों की छंटनी होगी। योग्य ओवदन पर विचार-विमर्श के बाद सर्च कमेटी सरकार और राजभवन को तीन या पांच नाम का पैनल बनाकर भेजेगी। इनमें से कोई एक शिक्षाविद को कुलपति नियुक्त किया जाएगा।
यह हो सकते हैं दौड़ में
प्रो. अल्पना कटेजा, प्रो. विजय श्रीमाली, डॉ. अनिल कोठारी, प्रो. राजश्री नरेंद्रन, प्रो. मधुभट्ट तैलंग, राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष प्रो. बीएल चौधरी, मौजूदा कार्यवाहक कुलपति प्रो. भगीरथ सिंह, पूर्व कुलपति प्रो. एमएल छीपा, प्रो.जीआर जाट और अन्य।
अब तक यह रहे कुलपति प्रो. रामबलि उपाध्याय, प्रो. कांता आहूजा, डॉ. पीएल चतुर्वेदी, प्रो. डीएन पुरोहित, प्रो. एमएल छीपा, प्रो. भगीरथ सिंह, प्रो. रूपसिंह बारेठ, प्रो. कैलाश सोडाणी।