यहां ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि थानाधिकारी भवानी सिंह जेतपुरा निवासी असलम पुत्र जवाहर को बिना किसी वारंट पूछताछ के लिए साथ लेकर गए। इसके 22 दिन बीत जाने के बाद भी युवक के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किए जाने एवं उसकी कोई जानकारी नहीं मिली।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि युवक को बंधक बनाकर उसके साथ मारपीट की गई। इस दौरान एक जने ने ग्रामीणों को बताया कि असलम को पुलिस वालों ने बुरी तरह मारा, जिससे उसके पैर में फ्रेक्चर हो गया।
पुलिस अधीक्षक को शिकायत करने पर मसूदा थाने में मामला दर्ज कर उसे न्यायालय में पेश किया गया। युवक को ब्यावर चिकित्सालय ले गए, जहां से अजमेर रेफर किया गया। निष्पक्ष जांच की जाएगी
ग्रामीणों ने सहायक पुलिस अधीक्षक एवं ब्यावर सीओ सुमित मेहरड़ा को ज्ञापन सौंपा। इसमें उन पर पैसा वसूलने, युवक को बंधक बनाकर मारपीट करने के आरोप लगाए। मेहरड़ा ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी एवं दोषी पाए जाने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
चैनाराम नए थानाधिकारी ग्रामीणों के मोर्चा खोले जाने के बाद थानाधिकारी भवानी सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया। पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने भवानी सिंह को लाइन हाजिर कर मसूदा थानाधिकारी के पद पर चैनाराम को नियुक्त कि या। उन्होंने गुरुवार को ही कार्यभार ग्रहण कर लिया।
समझाइश पर माने ग्रामीण धरना-प्रदर्शन के दौरान भाजपा किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष भंवरलाल बूला एवं समाज के पदाधिकारियों ने ग्रामीणों से समझाइश की। बूला पीडि़त के पिता सहित समाज के कुछ लोगों के साथ उपखंड अधिकारी प्रियंका बडग़ुर्जर एवं ब्यावर सीओ सुमित मेहरड़ा से बातचीत की।
थानाधिकारी भवानी सिंह को लाइन हाजिर किए जाने एवं सहायक पुलिस अधीक्षक एवं सीओ द्वारा निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई के आश्वासन पर ग्रामीण शांत हुए एवं धरना हटाया।