मतगणना कक्ष में रविवार दोपहर प्रत्याशियों को प्रमाण-पत्र जारी नहीं करने पर भाजपा प्रत्याशी जैन भी मतगणना स्थल पर पहुंच गए। इसी दौरान उन्हें प्रशासनिक स्तर पर बेवजह विलंब करने की जानकारी मिली। उन्होंने अधिकारियों की ओर से कांग्रेसी प्रत्याशी को बुलवाकर चुनाव परिणाम पर उसकी ओर से आपत्ति दर्ज करवाए जाने की आशंका जताई। उन्होंने रिटर्निंग अधिकारी अशोक चौधरी व अन्य को प्रमाण पत्र जारी करने को कहा। विलंब होता देख वे अतिरिक्त जिला कलक्टर कैलाश चन्द्र शर्मा के पास पहुंचे।
इसी दौरान विधायक अनिता भदेल व वासुदेव देवनानी भी पहुंच गए। उन्होंने रिटर्निंग अधिकारी से प्रमाण-पत्र जारी नहीं करने का कारण पूछने पर वार्ड 61 से 70 तक के प्रमाण-पत्र क्रमानुसार बनाया जाना बताया। बातचीत के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी गणेश चौहान व समर्थक आपत्ति जताते हुए पुनर्मतगणना की अर्जी लेकर आगे बढ़ा तो जैन ने समय सीमा का हवाला देकर पीछे धकेल दिया। दोनों पक्षों में आपस में झड़प व धक्का-मुक्की हो गई। दूसरे छोर से कांग्रेस प्रत्याशी चौहान ने रिटर्निंग अधिकारी को मौखिक आपत्ति जताकर पुन: मतगणना का आग्रह किया। लेकिन रिटर्निंग अधिकारी व अति. जिला निर्वाचन अधिकारी ने समय का हवाला देकर उनके आग्रह को ठुकरा दिया। बाद में जैन को निर्वाचन विभाग की ओर से प्रमाण-पत्र जारी किया गया।
एक वोट से जीतने के बावजूद प्रशासन की ओर से करीब डेढ़ घंटे तक प्रमाण-पत्र जारी नहीं किया गया। सरकार के दबाव में हारे प्रत्याशी से आपत्ति लगवाकर पुन: मतगणना का प्रयास किया जा रहा था।