शुक्रवार को श्रीनगर, किशनगढ़, पीसांगन और आसापास के क्षेत्रों में हवा संग बरसात और ओले गिरे थे। किशनगढ़, जोताया, सराना बरसात ने भिगोया। अजमेर में भी सिविल लाइंस, पुलिस लाइन, वैशाली नगर, लोहागल रोड, पंचशील, हरिभाऊ उपाध्याय नगर, रामगंज, स्टेशन रोड, कचहरी रोड, सुभाष नगर, गुलाबबाड़ी, मेयो लिंक रोड, नसीराबाद और अन्य इलाकों में तेज हवा संग बरसात हुई। जयपुर रोड और आसपास के इलाकों में ओले भी गिरे। कई जगह सडक़ों-गड्ढों में पानी भर गया था। बरसात और ओलों का शनिवार को मौसम पर असर दिखा है।
पूरे जिले में निकली धूपअजमेर सहित पूरे जिले में धूप निकल गई है। आसमान में बादल नही बादलों और सूरज में दिनभर लुकाछिपी चली। रात के तापमान में करीब 4 से 6 डिग्री की कमी बनी हुई है। लोग सुबह से देर शाम तक गर्म कपड़ों में लिपटे रहे। अधिकतम तापमान 22.5 और न्यूनतम 12.0 डिग्री पर कायम है। दिन के तापमान में गुरुवार के मुकाबले 6 डिग्री और रात के तापमान में 0.7 डिग्री की गिरावट हो गई है।
2019 मार्च में भी यही हाल..पिछले साल मार्च के शुरुआत में मौसम का यही हाल था। 2 मार्च को फुहारों ने अजमेर सहित जिले को भिगोया था। दो-तीन तक मौसम में ठंडक रही। कई जगह कोहरा भी छाया रहा था।
सरकार जमा कराती प्रीमियम तो मिलता किसानों को फायदा अजमेर. विधायक अनिता भदेल ने कहा कि राज्य में बरसात और ओलावृष्टि से किसानों की फसलें खराब हो गई हैं। सरकार ने 2115 करोड़ रुपए का प्रीमियम जमा नहीं कराया है। इससे किसानों को त्वरित राहत नहीं मिल पाई है।
भदेल ने कहा कि राज्य में बरसात और ओलावृष्टि से किसानों को नुकसान हुआ है। बारिश ने किसानों की फसलें खराब कर दी है। किसान रबी और खरीफ की फसलों का बीमा कराता है। कांग्रेस सरकार ने किसानों का संपूर्ण कर्ज माफ करने की घोषणा खी थी। डेढ़ साल बाद भी वायदा पूरा नहीं हुआ है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत 1 प्रतिशत प्रीमिय किसानों को देना है। 50-50 प्रतिशत राशि केंद्र और राज्य सरकार को वहन करनी है। केंद्र अपने हिस्से की राशि जमा करा चुका है। सरकार ने रबी और खरीफ पेटे की 2115 करोड़ रुपए की प्रीमियम राशि जमा नहीं कराई है।