मंगलवार दोपहर ज्यादा बरसात नहीं हुई थी। बादलों ने सिर्फ छिड़काव किया। इससे खास फर्क नहीं पड़ा। कई इलाकों में तो एक बूंद नहीं टपकी थी। मौसम विभाग ने 1 जून से अब तक 306.8 मिलीमीटर बरसात दर्ज की है।
सावर में तड़के 3.45 बजे झमझाम बरसात हुई। सड़कों-गलियों में पानी बह गया। इस बार कम बरसात से जिले के अधिकांश जलाशय खाली पड़े हैं। इनमें राजियावास, मूंडोती, नाहर सागर पिपलाज,ताज सरोवर अरनिया, पारा प्रथम और द्वितीय, फूलसागर कायड़, बीर, बिसून्दनी, मदन सरोवर धानवा और अन्य शामिल हैं।
हर साल आजाद पार्क में नगर निगम मनमोहक झांकियां लगाता था। कोरोना संक्रमण के चलते इस बार झांकियां नहीं सजाई गई। श्रीकृष्ण को यमुना पार ले जाते वासुदेव, नंदगांव में माखन खाते कन्हैया, अंगुली पर गोवद्र्धन पर्वत उठाए श्रीकृष्ण, गोपियों संग रास रचाते गोविंद, फूलों संग होली, कालिया के फन पर नाचते नंदगोपाल और अन्य प्रसंगों से जुड़ी झांकियों के लिए लोग तरस गए। कोरोना संक्रमण के कारण आजाद पार्क में सतरंगी लाइटें और भव्य सजावट भी नहीं दिखी।