उप निरीक्षक प्रेमराज ने बताया कि सेंदड़ा थाने के बगड़ी कलालिया निवासी गायत्री (28) पत्नी गजेन्द्रसिंह रावत बुधवार सुबह कमरे में फंदे पर लटकी मिली। परिजन उसे फंदे से उतार ब्यावर के राजकीय अमृतकोर अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां गायत्री की हालत नाजुक होने पर प्राथमिक उपचार के बाद उसे अजमेर जवाहरलाल नेहरू अस्पताल रैफर कर दिया। यहां गायत्री ने गुरुवार सुबह उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। गायत्री की मौत पर पिता राजेन्द्र सिंह ने बेटी के ससुराल पक्ष पर हत्या का आरोप लगाया। मामले में शिकायत मिलने पर सेंदड़ा थाना पुलिस ने हत्या का मामला दर्जकर अनुसंधान शुरू कर दिया।
शव लेने को लेकर विवाद
प्रकरण दर्ज होने के बाद भी ससुराल पक्ष विवाहिता का शव अंतिम संस्कार के लिए ले जाने के लिए अड़े रहे। हालांकि पुलिस ने शव पीहर पक्ष के सुपुर्द किया। पुलिस के मुताबिक मृतका के विवाह को सात साल से समय से अधिक समय हो चुका है। उसके तीन बच्चे है।
तीन घंटे तक इंतजार यहां जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में मेडिकल बोर्ड गठित होने के बाद पुलिस और परिजन को करीब तीन घंटे तक इंतजार करना पड़ा। हुआ यूं कि जेएलएन अस्पताल प्रशासन ने पाली एसपी के प्रार्थना पत्र पर मेडिकल बोर्ड में ज्युरिस्ट(रेजीडेंट) डॉ. विपिन गुप्ता, पैथोलॉजिस्ट डॉ. हंसा चौधरी, मेडिसिन से डॉ. पिंकी टांक व जनाना अस्पताल की स्त्री रोग विशेषज्ञ को शामिल किया। डॉ. गुप्ता, डॉ. हंसा चौधरी, डॉ. पिंकी टांक पहुंच गए लेकिन स्त्रीरोग विशेषज्ञ के राजकीय जनाना अस्पताल से आने में तीन घंटे का वक्त लग गया।