scriptफिरौती न मिलने के कारण तीन महीने पहले हुई थी फौजी के बेटे की हत्या | dabang murdered soldier's son Due to not receiving ransom | Patrika News
अलीगढ़

फिरौती न मिलने के कारण तीन महीने पहले हुई थी फौजी के बेटे की हत्या

पुलिस ने मामले का किया खुलासा। कर्ज में डूबे थे आरोपी जिसके कारण फौजी के ढाई साल के बच्चे के अपहरण की योजना बनाई थी।

अलीगढ़May 23, 2018 / 04:23 pm

suchita mishra

accused

accused

अलीगढ़। जिले के खैर कोतवाली क्षेत्र के उसरम गांव में बीते 9 फरवरी को मासूम कनिष्क के अपहरण के बाद हत्या के मामले का पुलिस ने खुलासा करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। उसरम गांव निवासी फौजी सोहनलाल का ढाई वर्ष का मासूम बेटा 9 फरवरी को घर के बाहर खेलते हुए गायब हो गया था। बच्चे के गायब होने की रिपोर्ट तुरंत थाने में दर्ज हुई थी और अपहरण के मामले को देखते हुए पुलिस ने काफी तेजी से छानबीन भी की थी।
अपहरण के 10 दिन बाद मासूम कनिष्क का शव गांव के बाहर पोखर में मिला। मासूम का शव मिलने से घर परिवार में मातम का माहौल छा गया। घटना के खुलासे के लिए पुलिस ने पूरा दम लगाया, लेकिन तीन महीने तक पुलिस घटना को नहीं खोल पाई। पुलिस द्वारा केस को नहीं खोले जाने से पीड़ित फौजी काफी नाराज था और सरकार से लेकर प्रशासन तक इस घटना को खोलने की प्रार्थना करता रहा। खैर क्षेत्राधिकारी आईपीएस रोहन बोत्रे ने जब चार्ज संभाला तो उन्होंने इस मामले को गंभीरता से लिया और जांच कर मामले का खुलासा किया। इस मामले में पुलिस ने गांव के राकेश और उमेश के अलावा राकेश के रिश्तेदार सुखराम और पुष्पेन्द्र सिंह को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार आरोपी कर्ज में डूबे हुए थे, जिसके चलते फौजी के बेटे के अपहरण की योजना बनाई थी।

क्षेत्राधिकारी प्रभारी रोहन बोत्रे ने बताया कि गांव के युवक राकेश ने फिरौती के लिए फौजी के मासूम बेटे को अपने साथियों के साथ अगवा कराया था और अगवा के बाद मासूम को गांव के पास श्मशान में रखा था। लेकिन फिरौती नहीं मिलने से वे नाराज थे। वहीं इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई काफी तेज कर दी तो उससे वे घबरा गए। डर की वजह से राकेश व उसके साथियों ने मासूम को गला दबा कर मार दिया। फिर मासूम की लाश को बोरी में बंद कर गांव के पास बने कोल्ड स्टोरेज में रखा और मौका लगते ही रात में मासूम के शव को गांव के पास पोखर में फेंक दिया। पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुये चारों आरोपियों को जेल भेज दिया है।

Home / Aligarh / फिरौती न मिलने के कारण तीन महीने पहले हुई थी फौजी के बेटे की हत्या

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो