एक पार्टी को बहुमत प्रसन्नता की बात विवि के कुलसचिव प्रो. शिवाजी सरकार ने अभी हाल में दिल्ली विधानसभा के चुनाव और परिणाम की तुलना पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार से की। उन्होंने कहा कि वर्तमान चुनाव में पहले की अपेक्षा काफी बदलाव हुए हैं। दिल्ली चुनाव पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि ये चुनाव आम जनता के लिए अति महत्वपूर्ण रहा। उन्होंने कहा कि किसी भी राजनीतिक दल को पूर्ण बहुमत मिलना जहां इस पार्टी के नेताओं के लिए प्रसन्नता की बात है, वहीं सरकार के कार्यकाल में वादों का पूरा न होना एक चिंताजनक भी है।
आर्थिक और विकास का राजनीतिकरण न हो मानविकी संकाय के डीन प्रो. जयंतीलाल जैन ने कहा कि आर्थिक और विकास का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए। मतदाता अपने स्वंय के अनुभव के आधार पर वोट देता है। जॉइंट रजिस्ट्रार डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि सरकार का गठन धार्मिकता के आधार पर नहीं होना चाहिए। वरिष्ठ पत्रकार सतीश कुलश्रेष्ठ ने कहा कि आर्थिक गतिविधियां राजनीति को प्रभावित करती हैं। सरकार की जो गतिविधि जनता को दिखती है उसी का बदला चुनाव के समय में लिया जाता है। पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग की अध्यक्ष मनीषा उपाध्याय ने वर्तमन परिपेक्ष में राजनैतिक दलों की भूमिका और उनकी जिम्मेदारी का जिक्र किया।
जनप्रतिनिधि कैसा हो
छात्र संजीव ने कहा कि हमें अपने ऐसे जनप्रतिनिधि का चुनाव करना चाहिए जो जन भावनाओं का सम्मान करे। छात्र अभिषेक ने शिक्षा और विकास का जिक्र किया। संचालन कुंदन शर्मा व आभार मयंक जैन ने व्यक्त किया। इस दौरान प्रो. अली आर फतेही, देबाशीष चक्रवर्ती, बिलास फाल्के, विकास वर्मा, एनके वर्मा, नेहा, आयुषी, मंजीत, रोहित, गिरीश, वीनस, प्रणव आदि मौजूद थे।
छात्र संजीव ने कहा कि हमें अपने ऐसे जनप्रतिनिधि का चुनाव करना चाहिए जो जन भावनाओं का सम्मान करे। छात्र अभिषेक ने शिक्षा और विकास का जिक्र किया। संचालन कुंदन शर्मा व आभार मयंक जैन ने व्यक्त किया। इस दौरान प्रो. अली आर फतेही, देबाशीष चक्रवर्ती, बिलास फाल्के, विकास वर्मा, एनके वर्मा, नेहा, आयुषी, मंजीत, रोहित, गिरीश, वीनस, प्रणव आदि मौजूद थे।