काफी देर तक बुजुर्ग कारोबारी के अंतिम संस्कार को लेकर संगे संबंधियों के बीच सुगबुगाहट चलती रही, लेकिन कोई भी आगे बढ़ने को तैयार नहीं हो रहा था। काफी देर तक ये सब देख बुजुर्ग पत्नी गीता देवी ने खुद को संभाला और बोलीं ये मेरे पति हैं। मैंने सात फेरे लिए हैं। मैं दूंगी कंधा और मुखाग्नि। इसके बाद बुजुर्ग पत्नी ने पहले पति को कंधा दिया फिर मुखाग्नि दी। ये नजारा देखकर वहां मौजूद लोगों की आंखें भर आयीं। हालांकि इस बीच सनातन धर्म में महिलाओं द्वारा पति को मुखाग्नि न देने की चर्चा भी चलती रही।
ब्रेन हेमरेज हुआ था कारोबारी को
बता दें कि कारोबारी रमेश चंद्र गुप्ता को करीब 10 दिन पहले ब्रेन हेमरेज हुआ था। उनका इलाज वरुण ट्रॉमा सेंटर में चल रहा था। शनिवार को उनकी मृत्यु हो गई। इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए उनके आवास पर रखा गया था।
तीनों बेटियां हैं शादीशुदा
रमेश चंद्र गुप्ता की तीनों बेटियां शादीशुदा हैं। सबसे बड़ी बेटी रीतू गुप्ता की शादी एटा जिला के मलावन में हुई है। दूसरे नंबर की बेटी की की शादी हाथरस के कस्बा सासनी में हुई है। इनके पति सचिन गुप्ता का बीमारी के चलते चार माह पहले निधन हो गया था। सबसे छोटी बेटी अंशू दिल्ली के शाहदरा में ब्याही है।
UP News से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें
Uttar Pradesh Facebook पर Like करें, Follow करें
Twitter पर ..
UP Lok sabha election Result 2019 से जुड़ी ताज़ा तरीन ख़बरों, LIVE अपडेट तथा चुनाव कार्यक्रम के लिए Download करें
patrika Hindi News App.