बताया जा रहा है कि मुंबई में बिरयानी का धंधा करने वाला दिलशाद सट्टेबाजी में जेल चला गया, जहां उसकी मुलाकात हत्या के आरोपी नवाजी से हुई। दिलशाद जब जेल से छूट कर आया तो नवाजी के मामले की पैरवी करने के लिए उसके घर आने—जाने लगा। इस बीच नवाजी की पत्नी शगुप्ता से उसकी नजदीकियां बढ़ गईं। इसके बाद दिलशाद रोजाना अपनी पत्नी शबीना बेगम को तलाक देने की धमकी देने लगा। शबीना से दिलशाद की शादी 22 साल पहले हुई थी और उन दोनों के 10 बच्चे हैं।
बताया जा रहा है कि पहले तो दिलशाद मोबाइल पर ही तलाक की धमकी देता था, फिर एक दिन उसने स्टांप पेपर पर वकील के सामने कुछ लोगों की मौजूदगी में तलाक दे दिया। साथ ही 20 हजार रुपए प्रतिमाह गुजारा भत्ता देने का वादा किया। लेकिन जब वहां मौजूद लोगों ने उससे सुप्रीम कोर्ट के फैसले की बात कहकर समझाया तो वह वापस अपनी पत्नी के साथ जाने को राजी हो गया।