मिली जानकारी के अनुसार जिले में 2014 में संपन्न लोकसभा चुनाव में औसत 54.09 प्रतिशत मतदान हुआ था, जिसमें आलीराजपुर विधानसभा में ५५.२६ व जोबट विधानसभा में ५३.०७ प्रतिशत था। 2014 में चली मोदी लहर में औसत ५४ प्रतिशत मतदान के बाद आए चुनाव परिणामों में भाजपा प्रत्याशी स्व. दिलीपसिंह भूरिया विजयी रहे थे, लेकिन 1 साल की अवधि में ही दिलीप सिंह भूरिया का निधन हो जाने से नवंबर २०१५ में संपन्न लोकसभा उपचुनाव में जिले में २०१४ की तुलना में करीबन ७ प्रतिशत मतदान कम हुआ था। उपचुनाव में जिले में औसत ४७.४६ प्रतिशत मतदान हुआ था। इसमें आलीराजपुर ५०.७९ प्रतिशत व जोबट में ४४.१३ प्रतिशत मतदान हुआ था। इस प्रकार 2014 लोकसभा चुनाव व 2015 के लोकसभा उपचुनाव के आंकड़ों की तुलना 2019 के मतदान के प्रतिशत से करने के बाद राजनीतिक विश£ेषकों के अनुसार इस बार ६० प्रतिशत से अधिक मतदान भाजपा की जीत के संकेत दे रहा है।
मस्कट (ओमान) से मतदान करने आए कापडिय़ा दम्पती
आलीराजपुर के रहने वाले कमलेश कापडिय़ा करीब 25 वर्ष पूर्व मस्कट रोजगार के लिए गए थे। लोकसभा निर्वाचन के मद्देनजर वे आलीराजपुर आए थे। कमलेश पत्नी करुणा कापडिय़ा के साथ मतदान करने पहुंचे। उन्होंने बताया कि मस्कट में बेटे की परीक्षा है, जिस कारण से बेटे को नहीं लाए। हम पति पत्नी ने पूरे उत्साह से मतदान किया। उन्होंने बताया वे विशेष रूप से मतदान करने आए। सुबह जाग कर निर्धारित समय पर मतदान केन्द्र पर पहुंच गए।
विवाह हेतु तोरण मारने के लिए घोड़ी पर सवार होने से पहले युवा जिगर सराफ पहले मतदान करने पहुंचे। परिवार के सदस्यों और इष्ट मित्रों के साथ ढोल-ढमाकों के साथ आलीराजपुर स्थित मतदान केन्द्र क्रमांक 75 पर पहुंचकर अपने मताधिकार का उपयोग किया।
लोकसभा निर्वाचन के मतदान को लेकर पहली बार मतदाताओं में विशेष उत्साह नजर आया। जिले में बड़ी संख्या में पहली बार मतदाता शिवांगी मोदी, अंजली, हर्ष, कार्तिक जैन,अभिषेक राठौर, शाक्षी राठौर, झील परिहार, निम्मी सोलंकी सहित पहली बार मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया।
लोकसभा चुनाव को लेकर मतदाताओं में वह उत्साह नजर नहीं आया, जिसके कयास राजनीतिक पार्टियों द्वारा लगाया जा रहे थे। सुबह से लेकर शाम तक मतदान केंद्रों पर कहीं भी लंबी कतार देखने को नहीं मिली। मतदान को लेकर दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने नगर में घूमकर व मतदाताओं के पास जाकर मतदान करने का आग्रह नहीं किया। इस कारण कई मतदाताओं ने मतदान करने में रुचि नहीं दिखाई। देर शाम तक जिला मुख्यालय के मतदान केन्द्रों पर एक-एक, दो-दो की संख्या में मतदाता पहुंचते दिखाई दिए। हालांकि मतदान प्रतिशत बढऩे का मुख्य कारण चुनाव आयोग द्वारा चुनाव का समय 2 घंटे बढ़ा देने से प्रतिशत में बढ़ोतरी दिखाई दी।