सनातन सेवा समिति के व्यवस्थापक स्वामी शंकरानंद महाराज ने बताया सवारी के मध्य में ब्रम्हलिन स्वामी नृसिंहानंदजी के चित्र को लिए हुए भजन-कीर्तन करते हुए भक्तगण चलेंगे। ं सैकड़ों ग्रामीण अपने साथ में लाए निशान (झंडियों) को लहरा कर वातावारण को रामदेवमय बनाते दिखाई देंगे। मंदिर परिसर से आरंभ होने वाली बाबा की सवारी नगर के प्रमुख मार्गो का भ्रमण करने के बाद वापस मंदिर परिसर पहुंचेगी। विशाल झांकी आकर्षण का केन्द्र रहेगी। झांकी के निर्माण में समिति सदस्य जुटे हैं।
करीब 60 वर्षों से चली आ रही परंपरा
भादव माह में ब्रहमालिन श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर बापु श्री नरसिंहा नन्द के भक्तों के द्वारा अमावस्या से लेकर नवमी तक भक्तों के घर रामदेव जी के भजन किए जाते है। शनिवार रात्रि को वीटी रोड़ स्थित मिश्रीलाल राठौड के घर पर भजन का आयोजन किया गया, जिसमें सनातन सेवा आश्रम के संतगण व नगर के रामदेव भक्तजन ने भजन गाए। उक्त भजनों की परम्परा विगत 60 वर्र्ष से चली आ रही है।
देवझूलनी ग्यारस 20 को, चारभुजा मंदिर में तैयारी शुरू
बड़ी खट्टाली. चारभूजा धाम खट्टाली में देव झुलनी एकादशी महोत्सव 20 सितंबर को मनाया जाएगा। इसमें भगवान चारभुजा की प्रतिमा के 6 अलग-अलग श्रंगार व 6 अलग-अलग रूपों के अदभुत दर्शन दिखाई देंगे।
श्रद्धालुओं को अदभुत दर्शन करवाने में श्रंगार समिति के सदस्य सीताराम सेन, कैलाश परवाल,प्रदीप पवार, गोविंद सेन व जयेश मालानी करीब 1 माह से पोशाकों को बनाने में जुटे हैं। पोशाकों की तैयारियां आखरी चरम पर चल रही है। देव झूलनी एकादशी महोत्सव को लेकर सार्वजनिक बैठक चुकी है। बैठक में देव झूलनी एकादशी महोत्सव को धूमधाम से मनाने का निर्णय लिया। साथ ही कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर भी निर्णय लिया। सभी समितियां अपने अपने कार्यभार को संभालेगी। समिति की ओर से इस तरह से प्रयास किया जाएगा कि बाहर से आने वाले सभी श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा ना हो इन सभी बातों का बखूबी ध्यान रखा जाएगा। बैठक में एक महत्वपूर्ण जानकारी वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने दी। इसमें बताया गया कि भगवान चारभुजा के जलवा पूजन कार्यक्रम में जा रहे श्रद्धालुओं जोखिम भरे गहने, अधिक रुपए व जिस चीज से श्रद्धालुओं को तकलीफ हो ऐसी कोई रिस्क वाली चीज इस मेले में ना लेकर आए। ताकि किसी को कोई नुकसान ना हो। इस महोत्सव में हाथी,घोड़े, बग्घी, बैंड आदि चल समारोह मे शामिल होंगे। वहीं चल समारोह में फूल व गुलाल से होली खेली जाएगी। इस महोत्सव में हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की जाएगी। जो मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेगा। इस महोत्सव को सफल बनाने में चारभुजा धाम के सर्व समाज के श्रद्धालुओं कार्यकर्ता अपना कार्य कर रहे हैं।