महिलाओं को अत्याचारों से मुक्त करने और सशक्त बनाने के लिए आयोजित कार्यशाला में कलेक्टर सुरभि गुप्ता बोलीं
अलीराजपुर•Jul 20, 2019 / 05:41 pm•
राजेश मिश्रा
‘महिलाएं भी पुरुषों की तरह हर कार्य में हैं आगे’
आलीराजपुर. जिला पुलिस प्रशासन ने समाज में महिलाओं का सशक्त बनाने व अत्याचारों से मुक्त करने के लिए कार्यशाला का आयोजन महाविद्यालय के आडिटोरियम में किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कलेक्टर सुरभि गुप्ता ने की। मुख्य अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष सेना महेश पटेल थी। बीआर आंबेडकर विश्वविद्यालय महू की कुलपति आशा शुक्ला, डीन किशोर जोन, सेवानिवृत्त डीआईजी जीके पाठक विशेष अतिथि थे। कार्यक्रम में कलेक्टर सुरभि गुप्ता ने अपने उद्बोधन में कहा, आज के दौर में महिलाओं की भागीदारी हर क्षेत्र में है। महिलाएं भी पुरुषों की तरह हर कार्य में आगे हैं। चाहे घर हो या कोई भी कार्यालय महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं लेकिन कार्यस्थल पर और अन्य स्थानों पर महिलाओं को कई प्रकार से प्रताडि़त भी किया जाता है। इस प्रकार के कृत्य के लिए कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीडऩ अधिनियम 2013 के अंतर्गत आते हैं। महिलाओं को अपने अधिकारों की जानकारी देने व समाज में जागरूकता लाने के लिए इस प्रकार के शिविरों का आयोजन प्रशंसनीय प्रयास है। ऐसे आयोजन जिले सहित ब्लॉक स्तर पर भी हों, जिससे महिलाएं अपने अधिकारों व कुप्रथा के बचने के लिए जागरूक हो सकें।
अंधविश्वास के काफी प्रकरण सामने आ रहे हैं : एसपी
मुुख्य अतिथि नपा अध्यक्ष सेना पटेल ने कहा, हमारे क्षेत्र में महिलाओं को अपने अधिकार के प्रति काफी कम जानकारी है। जिले में बाल अपराध, महिला उत्पीडऩ आदि के मामले आए दिन सामने आते हैं। जिले में जागरूकता लाने के लिए पुलिस प्रशासन या जिला प्रशासन पर निर्भर न रह कर हम सबको मिलकर प्रयास करना चाहिए। इस दौरान उन्होंने महिलाओं से अपील करते हुए कहा, सभी महिलाओं को अपने अधिकार की जानकारी के साथ पर्यावरण को शुद्ध बनाने के लिए भी आगे आना चाहिए। जिले को प्लास्टिक मुक्त करने के लिए प्लास्टिक का उपयोग कम करें। एसपी विपुल श्रीवास्तव ने कहा, आलीराजपुर जिले में महिला, बाल शोषण, लैंगिक अपराध, लैंगिक उत्पीडऩ आदि प्रकार के कई मामले पंजीकृत होते हैं। जिले में विशेषकर डाकन व डायन प्रथा अधिक प्रचलित है। जिले के कई क्षेत्रों से डाकन व डायन कुप्रथा के मामले संज्ञान में आते हैं, जिसके कारण महिलाओं का शोषण, हत्या आदि कई संदिग्ध अपराध होते हैं। जिले में कई जगह अंधविश्वास के प्रकरण समाने आ रहे हैं। डाकन व डायन जैसी कुप्रथा व अत्याचार से मुक्त करने के यह शिविर का आयोजन किया गया। अतिथियों को पिथौरा हस्तकला के चित्र भेंट किए। कार्यक्रम में अपर कलेक्टर सुरेशचंद्र वर्मा, एएसपी सीमा अलावा, आलीराजपुर एसडीएम धीरज बब्बर, जोबट एसडीएम रामचन्द्र भाकर सहित कई लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन आरआई पुलिस पुरुषोत्तम बिश्नोई ने किया।